मंगलवार को रावलपिंडी में पाकिस्तान और जिंबाब्वे के बीच वनडे सीरीज का तीसरा व अंतिम मुकाबला खेला गया। इस मैच में मेहमान जिंबाब्वे की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। जिंबाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 6 विकेट गंवाते हुए 278 रनों का स्कोर खड़ा किया। जिंबाब्वे की तरफ से शॉन विलियम्स (नाबाद 118) ने शानदार शतक जड़ा। जवाब में पाकिस्तान ने खराब शुरुआत के बावजूद कप्तान बाबर आजम ने शानदार शतक जड़ा (125 रन) लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि 49वें ओवर की दो गेंदों पर अचानक मैच पलट गया और देखते-देखते मुकाबला अंतिम गेंद तक गया जहां मैच टाई हो गया। जी हां, दोनों टीम के स्कोर 278-278 रन पर अटक गए। ये वनडे क्रिकेट का 38वां टाई मैच साबित हुआ। इसके बाद वनडे इतिहास का दूसरा सुपर ओवर हुआ जहां जिंबाब्वे ने पाकिस्तान को शिकस्त दे दी।
जिंबाब्वे की खराब शुरुआत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी जिंबाब्वे की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। उन्होंने शून्य के स्कोर पर कप्तान व ओपनर चिभाभा का विकेट गंवा दिया। कुछ ही देर बाद 4 रन के स्कोर पर क्रेग एरविन (1) भी विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हो गए। वहीं 22 रन के स्कोर पर ओपनर बीबी चारी (9) भी बोल्ड हो गए। ये सभी विकेट मोहम्मद हसनैन ने लिए। हालांकि इसके बाद ब्रैंडन टेलर और शॉन विलियम्स ने पारी संभाल ली।
टेलर और विलियम्स की कमाल बल्लेबाजी
अनुभवी बल्लेबाज ब्रैंडन टेलर और शॉन विलियम्स ने शतकीय साझेदारी को अंजाम दिया। टेलर 56 रन बनाकर आउट हुए जबकि विलियम्स खेलते रहे। इसके बाद माधेवीर (33) और फिर सिकंदर रजा (45) ने शॉन विलियम्स का साथ दिया और स्कोर को ऊंचाई दी। जिंबाब्वे के 34 वर्षीय बल्लेबाज शॉन विलियम्स अंत तक टिके रहे और शानदार शतक जड़ा। उन्होंने 135 गेंदों में नाबाद 118 रनों की पारी खेली जिसमें 13 चौके और 1 छक्का शामिल रहा। इनके दम पर जिंबाब्वे ने 50 ओवर में 6 विकेट खोते हुए 289 रनों का स्कोर बनाया।