नई दिल्ली, 06 मई। कोयला आयात करने को लेकर केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी और केन्द्रीय विद्युत मंत्री आरके सिंह के बयानों विरोधाभास देखने को मिला है।
गुरुवार को केन्द्रीय केंद्रीय विद्युत एवं नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने ताप बिजली घरों के लिये कोयले के आयात की स्थिति पर राज्यों के साथ समीक्षा की।
इस दौरान श्री सिंह ने बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये घरेलू कोयला आपूर्ति की अड़चनों को ध्यान में रखते हुये ताप बिजली संयंत्रों के लिये कोयले के आयात के महत्त्व को रेखांकित किया, ताकि आयातित कोयले को घरेलू कोयले के साथ उपयोग किया जा सके।
आरके सिंह ने राज्यों को सलाह दी कि कोयले के आयात के लिये आर्डर दिया जाए। बैठक में बताया किया कि कोयले के आयात के लिये तमिलनाडु और महाराष्ट्र ने आर्डर दे दिया है। पंजाब और गुजरात संविदाओं को अंतिम रूप देने के चरण में है।
इधर, शुक्रवार को मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एक बाद फिर दोहराया कि, कोयला मंत्रालय का लक्ष्य थर्मल कोयले के आयात को कम करना और देश को आत्मनिर्भर बनाना है।
कोयला मंत्रालय द्वारा कोयले के आयात में कमी लाने निरंतर जोर दिया रहा है।
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