पेरिस ओलंपिक में निशानेबाज मनु भाकर ने भारत को पहला मेडल दिलाया है। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता। वे 0.1 पॉइंट से सिल्वर मेडल से चुकीं।
ओलिंपिक के इतिहास में शूटिंग में मेडल दिलाने वाली मनु पहली भारतीय महिला हैं। उन्होंने फाइनल में 221.7 पॉइंट्स के साथ कांस्य पदक जीता।
गौरतलब है कि 2021 के टोक्यो ओलंपिक में मनु की पिस्टल खराब हो गई थी। 20 मिनट तक वे निशाना नहीं लगा पाईं। पिस्टल ठीक हुई, तब भी मनु सिर्फ 14 शॉट लगाई फिर भी फाइनल की रेस से बाहर हो गईं थीं। मनु ने शानदार वापसी करते हुए पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला मेडल दिलाया।
फाइनल में मनु भाकर का सामना वियतनाम, तुर्किए, कोरिया, चीन, और हंगरी के खिलाड़ियों से हुआ। इस इवेंट में कोरिया की ओह ये जिन ने गोल्ड जीता। उन्होंने 243.2 पॉइंट स्कोर करके ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया। कोरिया की ही किम येजी ने सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने 241.3 पॉइंट बनाए।
राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने दी बधाई
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट किया, “पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन करने वाली मनु भाकर को हार्दिक बधाई। वह निशानेबाजी प्रतियोगिता में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं। भारत को मनु भाकर पर गर्व है। उनकी उपलब्धि कई खिलाड़ियों, विशेषकर महिलाओं को प्रेरित करेगी…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “एक ऐतिहासिक पदक। #ParisOlympics2024 में भारत के लिए पहला पदक जीतने पर मनु भाकर को बधाई! कांस्य पदक के लिए बधाई। यह सफलता और भी खास है क्योंकि वह भारत के लिए निशानेबाजी में पदक जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं। एक अविश्वसनीय उपलब्धि।” द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट किया, “पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन करने वाली मनु भाकर को हार्दिक बधाई। वह निशानेबाजी प्रतियोगिता में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं। भारत को मनु भाकर पर गर्व है। उनकी उपलब्धि कई खिलाड़ियों, विशेषकर महिलाओं को प्रेरित करेगी…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “एक ऐतिहासिक पदक। #ParisOlympics2024 में भारत के लिए पहला पदक जीतने पर मनु भाकर को बधाई! कांस्य पदक के लिए बधाई। यह सफलता और भी खास है क्योंकि वह भारत के लिए निशानेबाजी में पदक जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं। एक अविश्वसनीय उपलब्धि।”