कोरबा, 27 सितम्बर। छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य क्षेत्र में परसा ईर्स्ट एवं केतें बासेन फेज- 2 कोयला खदान के लिए पेड़ों की कटाई फिर से शुरू हो गई है। विरोध को देखते हुए बड़ी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई है। मंगलवार की तड़के क्षेत्र के सरपंच और कई आदिवासियों को पुलिस उठा ले गई। हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति ने अपने- अपने क्षेत्रों में विरोध दर्ज कराने की लोगों से की अपील की है।
बताया गया है देर रात से ही पुलिस फोर्स क्षेत्र में पहुंच गई थी। सुबह होते ही पेड़ो की कटाई शुरू कर दी गई। विरोध को देखते हुए ग्राम पंचायत पतुरियाडांड, पुटा, घटबरी, बासेन, सालहि के सरपंचों, उपसरपंचों सहित अन्य लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले रखा है।
परसा-केते कोल परियोजना राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम को वर्ष 2012 में आबंटित की गई थी। इसमें वर्ष 2013 से खनन चल रहा है। पहले फेज के बाद परसा ईस्ट केते बासेन कोल परियोजना का प्रस्ताव 2019 में आया था। अडानी इंटरप्राइजेज आधिकारिक खनन डेवलपर और ऑपरेटर है।
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