कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जल्द ही अहम फैसला लेने की तैयारी में है। इससे प्रोविडेंट फंड (PF) और एम्प्लाइज पेंशन फंड (EPS) से जुड़े लोगों को शानदार फायदा मिलने की उम्मीद है। दरअसल PF पर ज्यादा ब्याज दिलाने और एम्प्लाइज पेंशन फंड (EPS) भी ज्यादा हो इसके लिए जल्द ही एक मीटिंग होने वाली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संसदीय समिति ने ने इसके लिए लेबर पैनल का गठन कर दिया है। इस मीटिंग में पैनल EPFO के तहत 10 खरब रुपये (10 trillion rupees ) के मैनेजमेंट परफॉर्मेंस (कोष का प्रबंधन) और इन्वेस्टमेंट (निवेश) पर विचार विमर्श करेगा।
इस मीटिंग में संगठित (organized) और असंगठित (unorganized) सेक्टर में काम कर रहे लोगों को कैसे फायदा पहुंचाया जाए, इस पर चर्चा की जाएगी। बता दें कि लंबे समय से EPFO के फंड को फंड मैनेजर संभाल रहे थे, इसके अलावा निवेश से जुड़े सारे फैसले भी वही लेते थे। पैनल के सदस्य कोरोना वायरस और लॉकडाउन के दौरान EPFO के फंड में कितना असर पड़ा है इसका भी आकलन (assess) किया जाएगा।
बढ़ सकती है सोशल सिक्योरिटी
दरअसल केंद्र की मोदी सरकार असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों के लिए समाजिक सुरक्षा पर जोर देना चाहती है। अभी तक EPFO में केवल संगठित क्षेत्र के लोग आते थे। अब मोदी सरकार ने असंगठित क्षेत्र के लोगों को भी EPFO के दायरे में ला दिया है। सरकार की प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना (PM-SYM) बेहद महत्वपूर्ण योजना मानी गई है। जिसमें रिक्शा चालक, स्ट्रीट वेंडर, हेड लोडर, ईंट भट्ठा मजदूर, घरेलू कामों से जुड़े हे लोग, मजदूरों आदि सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराना है।
पेंशन में हो सकती है बढ़ोतरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पैनल की मीटिंग बुधवार को होनी है। जिसमें कर्मचारियों की पेंशन योजना (EPS) के तहत पेंशन बढ़ाने और अगर अकाउंट मेंबर की मौत हो जाती है तो परिवार को पैसे मुहैया कराने के लिए चर्चा होगी। इस मीटिंग में 5,000 रुपये तक मासिक पेंशन बढ़ाने की चर्चा की जा सकती है। दरअसल पिछले कुछ समय से कई ट्रेड यूनियन और मजदूर संगठन (labor organizations) पेंशन बढाने की मांग कर रहे हैं। EPFO फंड पर पैनल कई दौर की मीटिंग करके इस मामले पर चर्चा करेगा। इसके बाद संसद के शीतकालीन सत्र में यह रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।