नई दिल्ली, 21 अगस्त। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पोलैंड की राजधानी वारसॉ पहुंचे। 45 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की पहली यात्रा है। अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी अपने पोलिश समकक्ष और राष्ट्रपति के साथ बैठकें करेंगे और भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर कहा,”इस यात्रा से भारत-पोलैंड मित्रता को गति मिलेगी और हमारे देशों के लोगों को लाभ होगा।” पीएम मोदी का स्वागत पोलैंड के उपविदेश मंत्री व्लादिस्लाव टेओफिल बार्टोस्ज़ेव्स्की ने किया। पीएम मोदी पोलैंड के दो दिवसीय अधिकारिक दौरे पर हैं।
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प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले नवानगर के जाम साहब के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। यह स्मारक नवानगर (अब जामनगर) के पूर्व महाराजा, जाम साहब दिग्विजय सिंहजी रणजीतसिंहजी को समर्पित है। 1942 में, महाराजा ने शरणार्थी पोलिश बच्चों के लिए जामनगर में पोलिश बाल शिविर की स्थापना की, जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूएसएसआर से बाहर लाया गया था।
पीएम मोदी ने पोलैंड की अपनी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा शुरू करने के लिए वारसॉ के होटल में बच्चों से बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने वारसॉ में भारतीय प्रवासियों का अभिवादन किया। उन्होंने कलाकारों का पारंपरिक नृत्य भी देखा।
पोलैंड गणराज्य और यूक्रेन की यात्रा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने प्रस्थान वक्तव्य में कहा कि मेरी पोलैंड यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब हम अपने राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे कर रहे हैं। पोलैंड मध्य यूरोप में एक प्रमुख आर्थिक भागीदार है। लोकतंत्र और बहुलतावाद के प्रति हमारी पारस्परिक प्रतिबद्धता हमारे संबंधों को और अधिक मजबूत बनाती है। मैं हमारी साझेदारी को आगे बढ़ाने हेतु अपने मित्र प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मिलने के लिए उत्सुक हूं।
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उन्होंने कहा कि मैं द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और वर्तमान में जारी यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के बारे में दृष्टिकोण साझा करने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ पहले की बातचीत को आगे बढ़ाने के अवसर के प्रति उत्सुक हूं। एक मित्र और भागीदार के रूप में, हम इस क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता की शीघ्र वापसी की आशा करते हैं। मुझे विश्वास है कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापक संपर्कों की स्वाभाविक निरंतरता के रूप में काम करेगी और आने वाले वर्षों में मजबूत तथा अधिक जीवंत संबंधों की नींव रखने में मदद करेगी।