विद्युत मंत्रालय के अधीनस्थ गैर-बैंकिंग वित्तीय फर्म ‘पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी)’ ने वित्त वर्ष 21 में 8,444 करोड़ रुपये का अब तक का सर्वाधिक शुद्ध मुनाफा कमाया है, जो वर्ष-दर-वर्ष (वाई-ओ-वाई) के आधार पर 49% अधिक है।
- 8,444 करोड़ रुपये का कर पश्चात सर्वाधिक वार्षिक लाभ (पीएटी)
- वित्त वर्ष 20 की तुलना में स्टैंडअलोन कर पश्चात लाभ में 49% की बढ़ोतरी। वित्त वर्ष 21 में कर पश्चात लाभ (पीएटी) 8,444 करोड़ रुपये, जबकि वित्त वर्ष 20 में 5,655 करोड़ रुपये का पीएटी।
- वित्त वर्ष 20 की तुलना में शुद्ध ब्याज आय में 28% की वृद्धि – वित्त वर्ष 21 में शुद्ध ब्याज आय 12,951 करोड़ रुपये, जबकि वित्त वर्ष 20 में 10,097 करोड़ रुपये।
- प्रति शेयर 2 रुपये का लाभांश घोषित। इस प्रकार वित्त वर्ष 21 में पीएफसी ने 10 रुपये प्रति शेयर का कुल लाभांश यानी 100% दिया है।
- लाभ में वृद्धि की बदौलत वित्त वर्ष 21 में पीएफसी की शुद्ध संपत्ति 16% बढ़कर 52,393 करोड़ रुपये हो गई, और इसने पचास हजार करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है।
- वित्त वर्ष 21 में 25% संकटग्रस्त ऋण खातों (स्ट्रेस्ड बुक) का समाधान:
- वित्त वर्ष 20 की तुलना में सकल एनपीए अनुपात में 2.38 प्रतिशत की तेज कमी दर्ज की गई। वर्तमान जीएनपीए अनुपात 5.70% है, जबकि वित्त वर्ष 20 में यह 8.08% था।
- पिछले 4 वर्षों में सबसे कम शुद्ध एनपीए स्तर। वित्त वर्ष 20 की तुलना में शुद्ध एनपीए अनुपात में 1.71 प्रतिशत की तेज कमी देखी गई। वर्तमान शुद्ध एनपीए अनुपात 2.09% है, जबकि वित्त वर्ष 20 में यह 3.80% था।
- कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात भी क्रमिक रूप से सुधर कर 31 मार्च 2021 को 18.83% हो गया है। पूंजी पर्याप्तता संतोषजनक स्तर पर है जो निर्धारित नियामकीय सीमाओं से काफी अधिक है।
वित्त वर्ष 21 बनाम वित्त वर्ष 20
- वित्त वर्ष 20 की तुलना में कर पश्चात समेकित लाभ में 66% की वृद्धि – वित्त वर्ष 21 में पीएटी 15,716 करोड़ रुपये, जबकि वित्त वर्ष 20 में यह 9,477 करोड़ रुपये।
- लोन एसेट बुक 12% की दर से बढ़ी – लोन एसेट बुक वित्त वर्ष 21 में 7, 45, 189 करोड़ रुपये, जबकि वित्त वर्ष 20 में यह 6,67,330 करोड़ रुपये।
- एनपीए को सुलझाने की बदौलत समेकित शुद्ध एनपीए अनुपात वित्त वर्ष 21 में घटकर 1.91% रह गया, जबकि वित्त वर्ष 20 में यह 3.57% था।
- एनपीए को सुलझाने की बदौलत समेकित सकल एनपीए अनुपात वित्त वर्ष 21 में घटकर 5.29% रह गया, जो वित्त वर्ष 20 में 7.36% था।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत डिस्कॉम को तरलता संबंधी सहायता
- भारत सरकार द्वारा घोषित आत्मनिर्भर डिस्कॉम तरलता सहायता के तहत पीएफसी और इसकी सहायक आरईसी ने आपस में मिलकर अब तक 1,34,782 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं और 78,855 करोड़ रुपये वितरित किए हैं।
- पीएफसी के सीएमडी आर.एस. ढिल्लों ने इस बात की सराहना की कि वित्त वर्ष 21 के परिणाम उल्लेखनीय हैं। वित्त वर्ष 21 में प्रभावशाली प्रदर्शन, जैसा कि अब तक के सर्वाधिक लाभ से स्पष्ट है, प्रतिकूल आर्थिक घटनाओं से निपटने में पीएफसी की अंतर्निहित क्षमता को रेखांकित करता है।
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