नई दिल्ली, 21 अप्रेल। कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषांगिक कपंनी सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट (CMPDI) को मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (MECL) में मर्ज किया जाएगा। एमईसीएल खान मंत्रालय की मिनीरत्न कंपनी है।
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बताया गया है कि कोयला एवं खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने मर्जर हो हरी झण्डी दे दी है। इसी के तहत खान मंत्रालय के निदेशक तकनीक प्रदीप सिंह ने सीएमपीडीआई और एमईसीएल के सीएमडी को पत्र लिखकर दोनों कंपनियों को मर्ज किए जाने को लेकर जानकारी मांगी है।
पत्र के जरिए पूछा गया है कि कंपनियों की अधिकृत पूंजी और चुकता पूंजी क्या है? वर्तमान टर्न ओवर और लाभ की स्थिति क्या है? व्यवसाय के अवसर कौन-कौन हैं? वर्तमान एवं भविष्य में श्रम शक्ति की क्या जरूरत होगी? संपत्तियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी मांगी गई है।
इधर, ऑल इंडिया कोल वर्कर फेडरेशन के महासचिव तथा जेबीसीसीआई सदस्य डीडी रामनंदन ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार कोल इंडिया को खत्म करने की तैयारी में हैं। सीएमपीडीआई से इसकी शुरुआत हो रही है। इसके बाद बीसीसीएल और ईसीएल को सीआईएल से अलग किया जाएगा। इसकी तैयारी कर ली गई है।
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यहां बताना होगा कि डीडी रामनंदन ने जेबीसीसीआई की 17 जुलाई, 2021 को हुई बैठक में सीएमपीडीआई, बीसीसीएल एवं ईसीएल को सीआईएल से अलग करने का मुद्दा उठाया था। सीटू नेता के अनुसार पूरा खेल केन्द्र सरकार का है।
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