कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को दलितों पर लिखी किताब ‘द दलित ट्रूथ: द बैटल्स फॉर रियलाइजिंग अंबेडकर्स विजन’ का विमोचन किया।
दिल्ली स्थित जवाहर भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में राहुल ने साल 2016 में गुजरात के ऊना में दलित नौजवानों के साथ हुई मारपीट का भी जिक्र किया। राहुल ने दलित नौजवानों को नसीहत देते हुए कहा कि वह अगर उनकी जगह होते तो हमलावारों को चाकू मारने के बाद आत्महत्या करते।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मायावती ने इस बार चुनाव ही नहीं लड़ा। हमने मायावती को मैसेज किया कि गठबंधन कीजिए और मुख्यमंत्री बनिए। उन्होंने बात तक नहीं की। जिन लोगों ने अपना खून, पसीना देकर उत्तर प्रदेश में दलितों की आवाज को जगाया। कांशीराम जी थे, जिन्होंने दलितों की आवाज उठाई, भले ही इससे कांग्रेस को नुकसान पहुंचा। आज मायावती कहती हैं कि मैं उस आवाज के लिए नहीं लडूंगी, क्योंकि उन्हें पीछे ED, CBI और पेगासस का डर था।
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