कोरबा, 11 जुलाई। सोमवार को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय कुमार त्रिपाठी का छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला आगमन हुआ। स्पेशल सेलून से वे कोरबा पहुंचे।
श्री त्रिपाठी ने दौरे के दौरान एसईसीएल दीपका स्थित साइलो लोडिंग सिस्टम का जायजा लिया। इस दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कुमार, रेलवे एवं एसईसीएल के अधिकारी मौजूद थे। दरअसल रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एवं सीईओ का यह दौरा एसईसीएल की कोयला खदानों से कोल परिवहन को लेकर था।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एवं सीईओ को मीडिया और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से दूर रखा गया। कोरबा में रेल यात्री सुविधाओं और छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली कई गाड़ियां का परिचालन रद्द करने आदि की मांग को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और रेल संघर्ष समिति के लोग श्री त्रिपाठी से मिलना चाहते थे।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से मिलने से रोकने से नाराज जनप्रतिनिधियों और संगठन के लोगों ने कोरबा शहर में स्थित फ्लाई ओव्हर रेलवे क्रासिंग के पास स्पेशल सेलून को रोकने की तैयारी कर रखी थी। आरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने ऐसा करने से रोक दिया। यहां मौजूद रामपुर विधायक एवं राज्य के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ट्रैक पर कुर्सी लगाकर बैठ गए। उन्हें बाद में किनारे किया गया।
गेवरा- दीपका के लिए निरीक्षण के लिए जाने के दौरान जब रेलवे बोर्ड के चेयरमैन का स्पेशल सेलून क्रासिंग के पास से गुजरा तो रेलवे संघर्ष समिति के लोगों ने काले और लाल झंडे लहराते हुए विरोध दर्ज कराया। रेलवे चेयरमैन के आगमन को देखते हुए बड़ी संख्या भी आरपीएफ की तैनाती की गई थी।
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