नई दिल्ली, 14 मार्च। भारतीय रेल दुनिया की सबसे बड़ी हरित रेल बनने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। रेलवे 2030 से पहले शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जक बनने की ओर भी बढ़ रही है।
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रेल मंत्रालय ने बताया कि हाल ही में उत्तर प्रदेश में विद्युतीकरण पूरा होने के बाद, रेलवे ने एक और मील का पत्थर हासिल किया है।
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रेलवे ने उत्तराखंड का विद्युतीकरण भी पूरा कर लिया है। उत्तराखंड का मौजूदा ब्रॉड गेज नेटवर्क 347 रूट किलोमीटर है, जो 100 प्रतिशत विद्युतीकृत है, जिससे आयातित कच्चे तेल पर कम निर्भरता के साथ इलेक्ट्रिक लोको और परिवहन के पर्यावरण के अनुकूल मोड की संचालन और रखरखाव लागत कम हो जाती है।