कोविड चुनौतियों के बावजूद, भारतीय रेलवे के लिए मई 2021 के महीने में माल ढुलाई के आंकड़े कमाई और लोडिंग की दृष्टि से उच्च गति बनाए हुए है।
मिशन मोड में भारतीय रेल की माल ढ़ुलाई मई के महीने में सबसे अधिक रही।
मई, 2021 में 114.8 एमटी माल ढुलाई हुई जो मई 2019 की इसी अवधि की माल ढुलाई (104.6 एमटी) से 9.7 प्रतिशत ज्यादा है।
मई, 2021 के दौरान ढुलाई की महत्वपूर्ण सामग्रियों में 54.52 मिलियन टन कोयला, 15.12 मिलियन टन लौह अयस्क, 5.61 मिलियन टन खाद्यान्न, 3.68 मिलियन टन उर्वरक, 3.18 मिलियन टन खनिज तेल, 5.36 मिलियन टन सीमेंट (धातु की तलछट छोड़कर) और 4.2 मिलियन टन धातु की तलछट शामिल हैं।
मई 2021 महीने में भारतीय रेल ने माल ढुलाई से 11604.94 करोड़ रुपए की कमाई की।
इस महीने वैगन टर्न अराउंड अवधि में 26 प्रतिशत का सुधार देखा गया। मई 2021 में वैगन टर्न अराउंड समय 4.81 दिनों का रहा जबकि मई 2019 में यह 6.46 दिन था।
यह ध्यान देने योग्य है कि भारतीय रेल में अनेक रियायतें/छूट दी जा रही हैं ताकि रेल द्वारा माल ढुलाई को आकर्षक बनाया जा सके।
साथ ही वर्तमान नेटवर्क में माल गाड़ियों की रफ्तार भी बढ़ाई गई है।
माल गाड़ियों की गति बढ़ाए जाने से सभी हितधारकों के लिए लागत में कमी आती है। पिछले 18 महीनों में माल ढ़ुलाई की गति दोगुनी हुई है।
कुछ मंडलों (लगभग 4 मंडलों) ने माल गाड़ियों की गति 50 किलो मीटर प्रति घंटे से अधिक दर्ज की है। भौगोलिक स्थितियों के कारण कुछ सेक्शन माल गाड़ियों को अच्छी गति दे रहे हैं। मई 2021 में माल गाड़ियों की औसत गति 45.6 किलो मीटर प्रति घंटे रही है जो समान अवधि की गति 36.19 किलो मीटर प्रति घंटे की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक है।
भारतीय रेल ने कोविड-19 का उपयोग अवसर के रूप में किया है ताकि दक्षता और प्रदर्शन में चौतरफा सुधार हो सके।
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