भिलाई (IP News). भिलाई इस्पात संयंत्र के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस-8 “महामाया” ने 06 दिसम्बर, 2020 के द्वितीय पाली में 6 मिलियन टन संचयी उत्पादन के मील का पत्थर को पार कर एक नई उपलब्धि हासिल की। कोविड संकट के चलते आने वाली बाधाओं के बावजूद बीएसपी का ब्लास्ट फर्नेस-8 इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को तेजी से हासिल करने वाला सेल का ब्लास्ट फर्नेस बन गया। उल्लेखनीय है कि 150 दिनों में ही ब्लास्ट फर्नेस-8 ने 5 मिलियन टन से 6 मिलियन टन की उत्पादन यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। ज्ञात हो कि 5 से 6 मिलियन टन की यात्रा को पूरा करने में सेल के इस्को, बर्नपुर में स्थापित समान क्षमता के ब्लास्ट फर्नेस को 166 दिन लग गए।
कीर्तिमान के इस क्रम में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने 1038 दिनों में 6 मिलियन टन के नये संचयी रिकॉर्ड को प्राप्त करने में सफल हुआ। जबकि 6 मिलियन टन के इसी रिकॉर्ड को प्राप्त करने के लिए राउरकेला इस्पात संयंत्र ने 1141 दिनों का और इस्को इस्पात संयंत्र, बर्नपुर ने 1272 दिनों का समय लिया।
इस प्रकार सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने सबसे कम दिनों के उत्पादन में ही यह रिकॉर्ड कायम कर भिलाई का परचम लहराया। इस उपलब्धि पर भिलाई की सम्पूर्ण इस्पात बिरादरी गौरवान्वित महसूस कर रही है।
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने इस महती उपलब्धि के लिए महामाया के प्रतिबद्ध सदस्यों और सभी सहयोगी विभागों के कर्मचारियों को बधाई सम्प्रेषित की जिनके सहयोग के फलस्वरूप ब्लास्ट फर्नेस-8 ने उत्पादन के अधिकतम स्तर को बनाए रखने में कामयाबी हासिल की। साथ ही उन्होंने आशा व्यक्त की कि, ब्लास्ट फर्नेस-8 बिरादरी आगे भी इसी प्रकार नये कीर्तिमान रचते रहेंगे।
विदित हो कि इससे पूर्व भिलाई इस्पात संयंत्र के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस-8 “महामाया” ने 09 जुलाई, 2020 को सबसे तेज 5 मिलियन टन संचयी उत्पादन कर एक नया रिकॉर्ड कायम किया था। उस वक्त बीएसपी का ब्लास्ट फर्नेस-8 इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को तेजी से हासिल करने वाला सेल का प्रथम ब्लास्ट फर्नेस बन गया। उल्लेखनीय है कि 149 दिनों में ब्लास्ट फर्नेस-8 ने 4 मिलियन टन से 5 मिलियन टन की उत्पादन यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। ज्ञात हो कि 4 से 5 मिलियन टन की यात्रा को पूरा करने में सेल के राउरकेला इस्पात संयंत्र में स्थापित समान क्षमता के ब्लास्ट फर्नेस को 166 दिन जबकि इस्को, बर्नपुर में स्थापित समान क्षमता के ब्लास्ट फर्नेस को 177 दिन लग गए थे।
उन्नत स्वचालन और नियंत्रण प्रणालियों के साथ अत्याधुनिक फर्नेस से दैनिक उत्पादन का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। 2 फरवरी, 2018 को इसके ब्लोइंग-इन के 258 दिनों बाद 18 अक्टूबर, 2018 को बीएफ-8 से 1 मिलियन टन संचयी उत्पादन के आँकडे़ को पार कर लिया गया। इसी प्रकार 1 अपै्रल, 2019 को बिना आक्सीजन संवर्धन के सहयोग से ब्लोइंग-इन के 424 दिनों बाद 2 मिलियन टन के मील के पत्थर को प्राप्त कर लिया गया। 9 सितम्बर, 2019 को 585 दिनों में 3 मिलियन टन संचयी उत्पादन करने में सफल हुआ। ब्लोइंग-इन के 740 दिनों में 4 मिलियन टन के नये संचयी कीर्तिमान को हासिल किया और इस कड़ी में 889 दिनों में 5 मिलियन टन के नये संचयी रिकॉर्ड को प्राप्त करने में सफल हुए। जबकि 5 मिलियन टन के इसी रिकॉर्ड को प्राप्त करने के लिए राउरकेला इस्पात संयंत्र ने 1082 दिनों का और इस्को इस्पात संयंत्र, बर्नपुर ने 1109 दिनों का समय लिया।
इस अवसर पर ब्लास्ट फर्नेस-8 के कंट्रोल रूम में आयोजित सादे समारोह में केक काटकर इस उपलब्धि का जश्न मनाया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) राकेश, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) एस के दुबे, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएँ) एस एन आबिदी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन) एस आर सूर्यवंशी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) अरविन्द कुमार तथा मुख्य महाप्रबंधक (ब्लास्ट फर्नेसेस) तापस दासगुप्ता विशेष रूप से उपस्थित रहे। मुख्य महाप्रबंधक (ब्लास्ट फर्नेसेस) तापस दासगुप्ता ने स्वागत उद्बोधन तथा मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन) एस आर सूर्यवंशी ने आभार प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर ब्लास्ट फर्नेस बिरादरी को सम्बोधित करते हुए कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) राकेश ने उनके इस कीर्तिमान के लिए बधाई दी और विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में बीएफ-8 बिरादरी कई मील के पत्थर हासिल करने में कामयाब होगा। यह रिकॉर्ड इसलिए भी विशेष है कि हमने 5 से 6 मिलियन टन के इस सफर को “एक्सीडेंट फ्री” रखने में कामयाब रहे। उत्पादन लागत को न्यूनतम बनाए रखने के लिए हमें टेक्नो-इकानॉमिक्स पैरामीटर पर विशेष ध्यान केन्द्रित करना होगा।
कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) एस के दुबे ने शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि दुर्घटना रहित यह कीर्तिमान हमें आगे भी बनाए रखना है। उत्कृष्ट उत्पादन के साथ-साथ हमें टेक्नो-इकानॉमिक्स क्षेत्र में भी बेहतर कर नया बेंचमार्क स्थापित करना है। मेरा यह मानना है कि ब्लास्ट फर्नेस-8 टीम में निजी प्लांट से भी प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता है। मैं उन्हें हार्दिक बधाई देता हूँ।
मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएँ) एस एन आबिदी ने ब्लास्ट फर्नेस बिरादरी को बधाई दी और उनके टीम वर्क की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह रिकॉर्ड हम बहुत पहले बना सकते थे परन्तु कुछ बाधाओं के चलते हमें अपने उत्पादन के स्तर को सीमित करने हेतु बाध्य होना पड़ा। इन चुनौतियों के बाद भी बीएफ-8 की टीम ने रिकॉर्ड समय में यह कीर्तिमान स्थापित किया है। यह निश्चित ही अनुकरणीय है।
इसी क्रम में मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन) एस आर सूर्यवंशी ने बधाई देते हुए कहा कि हमारे ईडी (वर्क्स) ने उत्पादन के उच्च स्तर के साथ-साथ उत्पादन लागत को न्यूनतम बनाये रखने की चुनौती दी है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस चुनौती पर बीएफ-8 टीम खरी उतरेगी।
स्वास्थ्य लाभ ले रहे कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) राजीव सहगल ने भी ब्लास्ट फर्नेस-8 बिरादरी को अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित की। इस कार्यक्रम में ब्लास्ट फर्नेस-8 के अधिकारी व कर्मचारीगण शामिल हुए।