बैंक यह व्यवस्था दस हजार या उससे ऊपर की निकासी पर लागू कर रहा है। स्टेट बैंक अधिकारियों के अनुसार एटीएम से अवैध लेनदेन और जालसाजी की घटनाएं काफी बढ़ी हैं। एसबीआई ने इन घटनाओं का अध्ययन किया तो पाया कि 68 फीसदी फ्रॉड रात में किए गए हैं। ओटीपी सिस्टम द्वारा जनरेट किया जाएगा, जिसमें अंक और अंग्रेजी के अक्षर दोनों होंगे। ये ओटीपी केवल एक लेनदेन के लिए मान्य होगा और निश्चित अवधि के बाद स्वत: ही निष्क्रिय हो जाएगा।
बैंक ने स्पष्ट किया है कि ओटीपी के अलावा एटीएम से रुपए की निकासी संबंधी अन्य कोई बदलाव नहीं किए गए हैं। ओटीपी की व्यवस्था फिलहाल उन्हीं एसबीआई के डेबिट कार्ड धारकों पर लागू होगी जो स्टेट बैंक का एटीएम इस्तेमाल करेंगे। यदि आप दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालते हैं तो यह नियम लागू नहीं होगा। इसी तरह से यदि आप दूसरे बैंक के डेबिट कार्ड से एसबीआई के एटीएम से पैसा निकालते हैं तो उस पर भी यह नियम लागू नहीं होगा।