हैदराबाद, 12 अगस्त। ओडिशा (Odisha) की भाजपा सरकार ने नैनी कोल ब्लॉक (Naini Coal Block) क्षेत्र के 783 हेक्टेयर में लगे सैकड़ों पेड़ों को काटने की मंजूरी दी है। मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने एससीसीएल प्रबंधन को आश्वस्त किया है कि 10 दिनों के भीतर पेड़ों को काटने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
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यहां बताना होगा कि सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (SCCL) को ओडिशा राज्य के अंगुल जिले के छेंडीपाड़ा में स्थित नैनी कोल ब्लॉक आबंटन 2015 में किया गया था, लेकिन विभिन्न कारणों से खनन गतिविधियां शुरू करने में देरी का सामना करना पड़ा।
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ओडिशा सरकार ने एससीसीएल को कोल ब्लॉक की भूमि का हस्तांतरण किया। नैनी कोल ब्लॉक को स्टेज-2 पर्यावरणीय मंजूरी मिल चुकी है। 783.27 हेक्टेयर में फैले पेड़ों की गिनती और एक गांव के पुनर्वास के बाद वन क्षेत्र में खनन की अनुमति भी प्रदान कर दी गई है।
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इधर, 7 अगस्त, 2024 को भुवनेश्वर में केंद्रीय कोयला मंत्रालय तत्वाधान में एक बैठक आयोजित की गई थी। एससीसीएल सीएमडी एन बलराम इस बैठक में शामिल हुए। ओडिशा सरकार के अधिकारियों के साथ नैनी ब्लॉक के मुद्दे पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान ओडिशा सरकार के मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने आश्वासन दिया कि नैनी ब्लॉक में कोयला उत्पादन शुरू करने के लिए पेड़ों की गणना और काटने की प्रक्रिया दस दिनों में शुरू कर दी जाएगी। इसमें 693 हेक्टेयर में रिजर्व फारेस्ट है।
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एससीसीएल नैनी कोल ब्लॉक से सालाना एक करोड़ टन कोयला उत्पादन करेगा। कोयला ब्लॉक आबंटन की शर्तों के तहत तेलंगाना सरकार नैनी ब्लॉक के पास 1,600 मेगावा क्षमता का थर्मल पावर प्लांट स्थापित करेगा।