बिलासपुर, 16 फरवरी। देशव्यापी हड़ताल (Nationwide Strike) कोल सेक्टर में भी हुई। कोल इंडिया की अनुषांगिक कपंनी एसईसीएल में श्रमिक संगठनों द्वारा हड़ताल के 70 फीसदी सफल होने का दावा किया गया है। प्रबंधन ने भी स्वीकार किया है कि कामगारों की उपस्थिति प्रभावित रही है, लेकिन दैनिक उत्पादन व डिस्पैच पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ने की बात कही गई है।
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इंटक नेता गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि एसईसीएल में चारों यूनियन की एकजुटता के कारण हड़ताल खासी सफल रही है। खासकर कोरबा क्षेत्र में उत्पादन प्रभावित हुआ है।
इधर, एसईसीएल के जनसपंर्क अधिकारी सनीश ने बताया कि केन्द्रीय श्रम संगठनों की हड़ताल का मिला जुला असर रहा है। कामगारों की प्रथम पाली में उपस्थिति 53 प्रतिशत वहीं दूसरी पाली में 56 फीसदी रही। प्रबंधन के अनुसार एसईसीएल की कुल 65 खदानों में 17 पूर्णतः प्रभावित रही। 20 आंशिक रूप से वहीं 28 मेगा परियोजनाएं सामान्य रूप से काम कर रहीं थी। मेगा परियोजना पहली पाली में आंशिक रूप से प्रभावित रही वहीं दूसरी पाली में कामकाज सामान्य देखा गया। प्रथम पाली में कंपनी का उत्पादन सामान्य दिन की तुलना में 76 फीसदी रहा वहीं ओबीआर 66 प्रतिशत रहा।
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यहां बताना होगा कि हड़ताल को लेकर ज्वाइंट एक्शन कमेटी (एचएमएस, इंटक, सीटू, एटक) ने सीआईएल प्रबंधन को 13 बिन्दुओं वाला चार्टर ऑफ डिमांड सौंपा था। अनुषांगिक कपंनियों के प्रबंधन को भी पृथक से मांग पत्र सौंपा गया था।