Security lapse in Lok Sabha : लोकसभा में सुरक्षा में चूक को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि शून्यकाल के दौरान हुई घटना की गहन जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस को भी जरूरी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह सिर्फ धुआं था और धुएं से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने सदन को बताया कि इन दोनों को पकड़ लिया गया है और इनके पास मौजूद सामान भी जब्त कर लिया गया है। संसद के बाहर मौजूद दो लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फिलहाल लोकसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हो गई है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज ही हमने संसद हमले के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले अपने वीरों को पुष्पांजलि अर्पित की और आज ही यहां सदन के अंदर हमला हुआ। क्या यह साबित करता है कि हम उच्च स्तर की सुरक्षा बनाए रखने में विफल रहे?… सभी सांसदों ने निडर होकर दो लोगों को पकड़ लिया लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि जब यह सब हुआ तो सुरक्षा अधिकारी कहां थे?
लोकसभा की कार्यवाही के दौरान बुधवार को दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए, जिसके बाद कार्यवाही अचानक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। सदन में शून्यकाल के दौरान दोपहर करीब एक बजे दर्शक दीर्घा से दो व्यक्ति सदन में कूदे और इनमें से एक व्यक्ति मेज को फांदते हुए आगे की ओर भाग रहा था। सुरक्षाकर्मियों और कुछ सांसदों ने उसे घेर लिया। बाद में दोनों को पकड़ लिया गया।
पन्नू ने दी थी संसद पर हमले की धमकी
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस अलर्ट पर थी। अमेरिका में रहने वाले पन्नू ने वीडियो जारी करके कहा था- हम संसद पर हमले की बरसी वाले दिन यानी 13 दिसंबर या इससे पहले संसद की नींव हिला देंगे। पन्नू ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू के साथ एक पोस्टर जारी किया था।
पन्नू का वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा था- किसी को भी कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जब संसद चलती है, तो हम हाई अलर्ट पर रहते हैं ताकि कोई भी किसी तरह की गड़बड़ी न फैला सके।
2001 में इसी दिन संसद पर हमला
13 दिसंबर 2001 को संसद में विंटर सेशन चल रहा था। महिला आरक्षण बिल पर हंगामे के बाद 11रू02 पर सदन को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और विपक्ष की नेता सोनिया गांधी संसद से जा चुके थे।
करीब साढ़े 11 बजे उपराष्ट्रपति के सिक्योरिटी गार्ड उनके बाहर आने का इंतजार कर रहे थे और तभी सफेद एंबेसडर में सवार 5 आतंकी गेट नंबर-12 से संसद के अंदर घुस गए। उस समय सिक्योरिटी गार्ड निहत्थे हुआ करते थे।
ये सब देखकर सिक्योरिटी गार्ड ने उस एंबेसडर कार के पीछे दौड़ लगा दी। तभी आतंकियों की कार उपराष्ट्रपति की कार से टकरा गई। घबराकर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों के पास एके-47 और हैंडग्रेनेड थे, जबकि सिक्योरिटी गार्ड निहत्थे थे।