नई दिल्ली, 15 सितम्बर। HMS से सम्बद्ध एवं कोयला श्रमिक सभा, डब्ल्यूसीएल के अध्यक्ष तथा जेबीसीसीआई सदस्य शिवकुमार यादव ने कहा कि रांची में लिए गए तीन दिवसीय हड़ताल के निर्णय का वे समर्थन करते हैं। हड़ताल होगी तो इसमें एचएमएस बढ़ चढ़कर कर हिस्सा लेगा।
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शुक्रवार को जारी एक बयान में एचएमएस नेता शिवकुमार यादव ने कहा कि रांची में आयोजित बैठक में हड़ताल को लेकर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है, लेकिन एचएमएस को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। श्री यादव ने कहा कि वे कोयला कामगार को आश्वस्त करते हैं कि रांची की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार एचएमएस हड़ताल को समर्थन करेगा। रांची की बैठक में एचएमएस के वरिष्ठ नेता श्री राघवन जी उपस्थित थे और उन्होंने मज़दूर हित में एकमत होकर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। एचएमएस हड़ताल के निर्णय पर अडिग है। शिवकुमार यादव ने यह भी कहा कि हड़ताल को लेकर कौन क्या कहा रहा है, इस पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है।
यहां बताना होगा कि जबलपुर हाईकोर्ट के फैसले को लेकर गुरुवार को रांची में पांचो यूनियन की बैठक हुई थी। बीएमएस, एचएमएस, इंटक, एटक, सीटू के नेताओं ने सर्वसम्मती से यह निर्णय लिया गया कि यदि सीआईएल/एससीसीएल प्रबंधन पूर्व-निर्धारित वेतन और भत्तों को रोकने का या कम करने का फैसला लेता है तो 5, 6, 7 अक्टूबर, 2023 को कोयला उद्योग में तीन दिवसीय हड़ताल की जाएगी। सीआईएल चेयरमैन एवं एससीसीएल के सीएमडी को हड़ताल का नोटिस प्रेषित कर दिया गया है। इस नोटिस में बीएमएस से के. लक्ष्मा रेड्डी, मजरुल हक अंसारी, इंटक से कुमार जयमंगल, एके झा, एचएमएस से आरबी राघवन, एटक से रमेंद्र कुमार, अशोक यादव, सीटू से डीडी रामनंदन, आरपी सिंह ने हस्ताक्षर किए।
इस बैठक में अस्वस्थ होने के कारण एचएमएस के वरिष्ठ नेता एवं जेबीसीसीआई सदस्य नाथूलाल पांडेय उपस्थित नहीं हुए थे, लेकिन उनके प्रतिनिधि इस बैठक में मौजूद थे। बैठक के बाद श्री पांडेय ने हड़ताल के निर्णय से असहमति जताते हुए कहा था कि स्ट्राइक की क्या जरूरत है। श्री पांडेय ने कहा था कि जिन बातों का उल्लेख कर स्ट्राइक का नोटिस दिया गया है, पहले उसे कोल इंडिया प्रबंधन से कन्फर्म कर लेना चाहिए था। श्री पांडेय ने सवाल किया था कि क्या सीआईएल प्रबंधन ने पेमेंट नहीं देने का कोई नोटिस जारी किया है या कहा है कि एरियर वापस ले लिया जाएगा। यदि प्रबंधन ऐसा कोई भी कदम उठाता है तो नियमतः उसे सेक्शन 9 के तहत सूचना जारी करनी होगी। कोल इंडिया प्रबंधन कह रहा है कि हम कोई पेमेंट वापस नहीं लेंगे, क्यों न हमारे ऊपर अवमानना हो जाए। ऐसे में स्ट्राइक की क्या जरूरत है।
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श्री पांडेय ने यह भी कहा था कि चुंकि हमारे लोगों ने लिख दिया है तो इससे वे असहमत नहीं हैं। एचएमएस नेता ने कहा था कि 9.4.0, समान ग्रेच्युटी भुगतान जैसी बातों को भी जोड़ा जाना चाहिए था।