हैदराबाद, 20 सितम्बर। शुक्रवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) ने राज्य के स्वामित्व वाली सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (SCCL) के कर्मचारियों के लिए ’दशहरा’ उपहार के रूप में 796 करोड़ रुपये के बोनस की घोषणा की। 41,000 से अधिक नियमित कर्मचारियों में से प्रत्येक को एक लाख 90 हजार रुपए का बोनस मिलेगा, जबकि ठेका श्रमिकों को 5,000 रुपए का भुगतान किया जाएगा।
पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी द्वारा अर्जित मुनाफे से कोयला श्रमिकों को बोनस का भुगतान किया जा रहा है। रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना आंदोलन के दौरान अहम भूमिका निभाने के लिए सिंगरेनी श्रमिकों की प्रशंसा की।
उप मुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्का ने कहा कि कंपनी ने 2023- 2024 में 4,701 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। इसमें से 2,289 करोड़ रुपए कंपनी के विस्तार और अन्य निवेश के लिए आबंटित किए गए हैं। शेष 2,412 करोड़ रुपए के मुनाफे में से कंपनी ने कोयला श्रमिकों को बोनस देने के लिए 796 करोड़ रुपए निर्धारित किए हैं।
कंपनी में कुल 41,387 स्थायी कर्मचारी कार्यरत हैं। पिछले वर्ष कर्मचारियों को 1.70 लाख रुपए बोनस मिला था। सिंगरेनी के इतिहास में पहली बार राज्य सरकार ने ठेका श्रमिकों के लिए बोनस की घोषणा की है। वर्तमान में कंपनी में 25,000 ठेका श्रमिक कार्यरत हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा से पहले प्रत्येक कर्मचारी को 5,000 रुपए बोनस मिलेगा।
सौर ऊर्जा संयंत्र की क्षमता 1000 मेगा तक करने की योजना
SCCL द्वारा राज्य में स्थित ताप विद्युत संयंत्रों और अन्य कंपनियों को कोयला आपूर्ति की जाती है। अन्य राज्यों को भी कोयले की आपूर्ति की जाती है। विक्रमार्क ने कहा कि राज्य सरकार ने सिंगरेनी कंपनी द्वारा अर्जित लाभ को भविष्य की जरूरतों के लिए निवेश करने का निर्णय लिया है।
सरकार ने सौर ऊर्जा संयंत्र को 1000 मेगावाट तक विस्तारित करने की योजना बनाई है। रामागुंडम में 500 मेगावाट पंप स्टोरेज प्लांट का निर्माण, जयपुर में मौजूदा थर्मल पावर प्लांट में एक और 1 गुणा 800 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट, टीएसजीईएनसीओ के साथ संयुक्त रूप से रामागुंडम में 1 गुणा 800 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट और ओडिशा में नैनी कोल ब्लॉक (पिट हेड) में 2,400 मेगावाट की क्षमता वाला सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्थापित करना भी शामिल है।
सिंगारेनी के श्रमिकों और कर्मचारियों के बच्चों के लिए नए आवासीय विद्यालयों की स्थापना, एकीकृत विद्यालय, क्षेत्रीय अस्पतालों का आधुनिकीकरण और हैदराबाद में एक मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना भी की जा रही है।