बिहार सरकार ने राज्य के पूर्वी चंपारन जिले के मोतीहारी में हुई शराब दुर्घटना की जांच आपराधिक जांच विभाग से कराने का आदेश दिया है। पुलिस अपर महानिदेशक जे.एस. गंगवार ने कहा कि शराब दुर्घटना के अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष कार्यबल गठित किया गया है। जिले में छापेमारी भी की जा रही है।
अब तक 21 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए इस घटना से संबंधित सभी सूचना जुटाने के आदेश दिए हैं।
राज्य के पूर्वी चंपारन जिले के मोतीहारी के विभिन्न क्षेत्रों में जहरीली शराब पीने से 22 लोगों की मृत्यु हुई है। कुछ लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। 19 लोगों की हालत नाजुक होने के कारण मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। इन लोगों का इलाज मोतीहारी और मुजफ्फरपुर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। तुर्कोलिया पुलिस स्टेशन के लक्ष्मीपुर गांव में सबसे पहले मरने वालों की खबर मिली। इसके बाद मोतीहारी के हरसिद्धि, पहाड़पुर और सुगौली क्षेत्रों से मरने वालों की खबर आई।
अप्रैल 2016 से नीतीश कुमार सरकार ने बिहार में शराब की बिक्री और उपभोग पर प्रतिबंध लगा रखा है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने आरोप लगाया कि प्रशासन मोतीहारी शराब दुर्घटना में मरने वालों की संख्या को छुपाने की कोशिश कर रहा है। श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार ने अभी तक राज्य के विभिन्न भागों में शराब से मरने वालों की हाल की घटना से सबक नहीं लिया है।