नई दिल्ली, 30 अगस्त। सरकार स्कूली पाठ्यक्रम में खेल और उनसे जुड़ी विभिन्न गतिविधियों को शामिल करने की दिशा में कार्य कर रही है। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर कल नई दिल्ली में खिलाडि़यों, प्रेरक वक्ताओं और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ बातचीत में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने कहा कि केन्द्र सरकार खेलों को लोकप्रिय बनाने और इनसें जुड़ी प्रतिभाओं को विकसित करने के हर संभव प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर केंद्रीय युवा कार्य और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी खिलाडि़यों से बातचीत की। श्री प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में खेलों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की परिकल्पना की गई है और खेलों के माध्यम से सीखने पर जोर दिया गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि केन्द्र राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क को भी शुरू कर रहा है। इसमें शैक्षणिक अंकों के साथ खेलों को भी उचित महत्व दिया जा रहा है। यह प्रणाली खेलों को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्रालय ने युवा कार्य और खेल मंत्रालय से सुझाव मांगे हैं ताकि इन सुझावों को खेल और युवाओं से जुड़े विषयों की पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया जा सके।
इस अवसर पर युवा कार्य और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप देश को खेलों का केन्द्र और महाशक्ति बनाने का समय आ चुका है।
उन्होंने कहा कि खिलाडि़यों ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में बढि़या प्रदर्शन किया है। सरकार ने खेलो इंडिया और टॉप्स जैसी योजनाओं के माध्यम से खिलाडियों को सहयोग दिया है। इस अवसर पर युवा कार्य और खेल राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में इस वर्ष राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी मुक्केबाज निकहत ज़रीन, पैरा टेबल टैनिस खिलाड़ी भाविना पटेल, पूर्व पहलवान और प्ररेक वक्ता संग्राम सिंह तथा स्वास्थ्य विशेषज्ञ ल्यूक कोटिनोह भी शामिल हुए।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …