कोयला मंत्रालय के मार्गदर्शन में मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ), एनसीएल रविन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड का सतर्कता विभाग ‘सूचिता और निवारक सतर्कता’ की दिशा में विशेष व प्रभावी कदम उठा रहा है।
इसी कड़ी में शुक्रवार को पारदर्शिता और प्रणाली सुधार के आलोक में सतर्कता विभाग द्वारा गठित टीमों ने दूधिचुआ व झिंगुरदा परियोजना का औचक निरीक्षण किया। इन निरीक्षण दलों में सर्वेक्षण, खनन, ई एंड टी, भूविज्ञान और सीएमपीडीआईएल आरआई-VI के सर्वेक्षक जैसे विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ रखे गए हैं।
इस पहल के तहत एनसीएल की परियोजनाओं के कोल स्टॉक का औचक भौतिक सत्यापन, खदानों में नियोजित वे-ब्रिज की कार्य प्रणाली, सूचना एवं प्रौद्योगिकी पहलों’ के निवारक मूल्यांकन’ का कार्य किया जा रहा है।
इस पहल का उद्देश्य खदानों में पारदर्शिता, सत्यानिष्ठा, और परिचालन उत्कृष्टता को बढ़ाना है।
गौरतलब है कि एनसीएल का सतर्कता विभाग कंपनी में भ्रष्टाचार-उन्मूलन व निरंतर प्रक्रियाओं में सुधार हेतु कई कदम उठा रहा है, जिसमें प्रशिक्षण, निवारक सतर्कता जागरूकता एवं अन्य गतिविधियां शामिल हैं।