स्वीडन के अनुवांशिकी वैज्ञानिक स्वांते पाबो को शरीर और चिकित्सा विज्ञान के लिए 2022 का नोबेल पुरस्कार जीता है। विलुप्त पूर्वजों से आधुनिक युग के मानव का विकास विषय पर उनके शोध को लेकर उन्हें इस पुरस्कार के लिये चुना गया है।
पुरस्कार समिति ने कहा है कि उनके अध्ययन से पूर्वजों की तुलना में मानव की प्रतिरोधक प्रणाली और उनकी विलक्षणता के संबंध में खास जानकारियां मिलती हैं। पूर्वजों और आधुनिक मानव के बीच संपर्क को व्यक्त करने के लिए संपूर्ण निएंडरथल जीनोम को क्रमबद्ध करना पाबो की प्रमुख उपलब्धियों में शामिल है।
67 वर्षीय पाबो ने यह अध्ययन जर्मनी के म्युनिख विश्वविद्यालय और लिपजिग में स्थित मैक्स प्लैंक विकास मूलक मानव शास्त्र संस्थान में पूरा किया। उनके पिता स्युने बर्गस्ट्रॉम ने भी 1982 में चिकित्सा शास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीता था।
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