लखनऊ, 12 मई। ताजमहल के दरवाजे खुलवाने की मांग पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ता को जमकर फटकार लगाई।
कोर्ट ने कहा कि क्या हम जजों को इसी तरह के केस सुनने की ट्रेनिंग दी गई है। अगली सुनवाई दोपहर 2 बजे होगी।
भाजपा नेता डॉ. रजनीश सिंह की याचिका पर जस्टिस डीके उपाध्याय ने कहा- याचिकाकर्ता च्प्स् व्यवस्था का दुरुपयोग न करें। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को कहा कि पहले जाकर ताजमहल पर रिसर्च करो और फिर आओ। कोर्ट ने कहा कि रिसर्च करने में कोई रोके, तो मुझे बताना।
कोर्ट ने कहा कि पहले पढ़ लें, ताजमहल कब और किसने बनवाया। यूनिवर्सिटी जाओ, PHD करो तब कोर्ट आना। रिसर्च से कोई रोके तब हमारे पास आना। अब इतिहास को आपके मुताबिक नहीं पढ़ाया जाएगा।
Taj Mahal Hearing:
Court: Go and research.
Do M.A
Do PhD.Then chose such a topic and if any institute disallows you to research on such a topic.
Then come to us.#Tajmahal #tejomahalaya #AllahabadHighCourt pic.twitter.com/D7QCvSTUGF
— Bar & Bench (@barandbench) May 12, 2022
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Source : Bhaskar