चेन्नई, 11 जुलाई। तमिलनाडु में प्रमुख विपक्षी दल ऑल इंडिया अन्ना डीएमके (AIADMK) पार्टी ने एक ही नेतृत्व की व्यवस्था को बहाल करते हुए समन्वयक और सह-समन्वयक के पदों को समाप्त कर दिया है।
आज सवेरे चेन्नई में आयोजित पार्टी की आम परिषद की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री ईडापड्डी के. पलनीसामी को अंतरिम महासचिव के रूप में चुना गया। एकल नेतृत्व की व्यवस्था से उनके प्रतिद्वंद्वी गुट के नेता ओ. पनीरसेल्वम का पद समाप्त हो गया है।
आम परिषद ने चार महीने के भीतर महासचिव पद के लिए चुनाव कराने का संकल्प लिया है। इसमें कहा गया है कि पार्टी के सुचारू कामकाज और उसके पुनरुद्धार के लिए एक मजबूत एकात्मक नेतृत्व की आवश्यकता है।
पार्टी की आम परिषद की बैठक आज हुई क्योंकि आज सवेरे मद्रास उच्च न्यायालय ने इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की अनुमति दे दी।
दिसंबर 2016 में पार्टी की नेता जे0 जयललिता के निधन के बाद, पार्टी दो पूर्व मुख्यमंत्रियों इडापड्डी पलनीसामी और ओ. पनीरसेल्वम के नेतृत्व में दो गुटों में विभाजित हो गई थी।
सितंबर 2017 में हुई आम परिषद की बैठक में दोनों गुटों के बीच तालमेल बनाये रखने के लिए दिवंगत जयललिता को पार्टी का स्थायी महासचिव, ओ. पनीरसेल्वम को पार्टी समन्वयक और श्री पलनीसामी को सह-समन्वयक के रूप में नामित किया गया था। हालांकि, पार्टी में एक ही नेतृत्व की आवाज उठ रही थी। श्री ओ पनीरसेल्वम एकात्मक नेतृत्व व्यवस्था का पुरजोर विरोध कर रहे थे।
इस बीच, शहर के भीतर ओ पनीरसेल्वम और ईडापड्डी पलनीसामी के समर्थक पार्टी मुख्यालय में भिड़ गए, जिस वजह से कुछ को गिरफ्तार भी करना पड़ा। ओ. पन्नीरसेल्वम आम परिषद की बैठक में शामिल नहीं हुए, वे काफी लंबे समय तक पार्टी मुख्यालय के भीतर ही सीमित रहे।
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