जांजगीर-चांपा, 14 जून। मासूम राहुल को बोरवेल में फंसे 97 घंटे हो चुके हैं। उसे बचाने की हर कोशिश हो रही है। बचाव कार्य भी एक पल के लिए नहीं थमा है। बताया गया है अब सेना के जवानों खुद पूरी कमान अपने हाथों में ले ली है। एनडीआरएफ को हटाकर सेना के जवान टनल में उतरे हैं। सेना की ओर से कहा गया है कि एनडीआरएफ को आराम देने यह निर्णय लिया गया है। यह एक ज्वाइंट ऑपरेशन है।
इधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया, सबकी दुआएं मासूम राहुल के साथ… अभी इशारों में राहुल ने कुछ खाने की मांग की है। रेस्क्यू अभियान जारी है। चट्टानों से भी मज़बूत इस मासूम बालक के साहस को सलाम है।
बताया गया है कि रेस्क्यू टीम राहुल से केवल डेढ़ फीट की दूरी पर है। बनाई गई टनल के भीतर लाइम स्टोन होने के कारण समय लग रहा था। टीम ने इसे तोड़ा और आगे बढ़ने पर एक और चट्टान बाधा बन गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एनडीआरएफ के कमांड इन चीफ वर्धमान मिश्रा को चोट लगी है। मौके पर ही उनका उपचार किया गया।
खुदाई का बदला गया एंगल
दरअसल राहुल तक पहुंचने के लिए टनल तैयार करने के बाद खुदाई की दिषा थोड़ी बदली गई है। पहले तय किए गए एंगल में चट्टान बाधा बन रही थी। टनल के अंदर एक स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है। इसे बल्लियों से सपोर्ट दिया जा रहा है। राहुल को लोकेट करने के लिए वीएलसी (विक्टिम लोकेशन कैमरा) का उपयोग किया जा रहा है। साथ ही जहां राहुल है उसके नीचे के पत्थर को वाइब्रेटर से चिकना किया जा रहा है, ताकि राहुल को निकालने के दौरान उसे चोट न लगे।
सीएम ने कहा- हर गतिविधि पर बारीकी से नज़र रखी जा रही
मुख्यमंत्री ने कहा कि बोरवेल में फंसे राहुल को सकुशल बाहर निकालने के लिए जिला प्रशासन की पूरी टीम अलर्ट मोड पर है। हर गतिविधि पर बारीकी से नज़र रखी जा रही है। उन्होंने कहा मामला संवेदनशील है इसलिए रेस्क्यू टीम पूरी सावधानी से आगे बढ़ रही है। चट्टानों का मुकाबला हम अपने फौलादी इरादों से कर रहे हैं।
सबकी दुआएं मासूम राहुल के साथ…
अभी इशारों में राहुल ने कुछ खाने की मांग की है।
रेस्क्यू अभियान जारी है। चट्टानों से भी मज़बूत इस मासूम बालक के साहस को सलाम है।#SaveRahulAbhiyan— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) June 14, 2022
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