नई दिल्ली, 17 नवम्बर। कोल इंडिया परिवार की मासूम बेटी सृष्टि रानी के जीवन रक्षा की मुहिम रंग लाई है। एसईसीएल को इस चिकित्सा व्यय को स्वीकृत करने के लिए कोल इंडिया लिमिटेड चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल द्वारा मंजूरी दे दी गई है।
सृष्टि रानी के जीवन रक्षा के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया ने अमेरिका से 16 करोड़ का इंजेक्शन मंगाने की अनुमति दे दी थी। सीआईएल प्रबंधन ने राशि स्वीकृत किए जाने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया था। अब जाकर इस पर फैसला लिया गया है।
यहां बताना होगा कि एसईसीएल के दीपका क्षेत्र में कार्यरत ओवरमैन सतीश कुमार रवि की सुपुत्री सृष्टि रानी, ऊम्र लगभग 2 वर्ष, दुर्लभ बीमारी (rare disease) स्पाइनल मस्कूलर एट्रोफ़ी टाइप-२ से ग्रसित है। इनका इलाज एम्स दिल्ली में किया जा रहा है। उनके एम्स के चिकित्सा रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी के लिए अमेरिका की USFDA द्वारा अनुमोदित एक इंजेक्शन है हालाँकि इसकी दीर्घावधि में सुरक्षा तथा प्रभाव के बारे में पर्याप्त आँकड़े नहीं हैं। इस ड्रग के प्रभाव के अध्ययन से सम्बंधित नतीजे आने शेष हैं। भारत सरकार की DGCI द्वारा इसके अनुमोदन की प्रतीक्षा है। एम्स की टीम USFDA द्वारा अनुमोदित ड्रग के आधार पर इलाज के लिए तैयार थी यदि वित्तीय सहायता दी जा सके। इस ड्रग को ख़रीदने में लगभग 2.125 मिलियन डॉलर (लगभग 16 करोड़ रुपए) का व्यय आएगा।
एसईसीएल को इस चिकित्सा व्यय को स्वीकृत करने के लिए कोल इंडिया लिमिटेड के अनुमोदन की आवश्यकता थी जो 16 नवम्बर, 2021 को चेयरमेन कोल इंडिया द्वारा दे दी गई है।
सीटू के उपाध्यक्ष एवं भारतीय कोयला उद्योग कल्याण परिषद के सदस्य बीएस पांडेय, एचएमएस नेता एवं जेबीसीसीआई सदस्य शिवकुमार यादव, कोल एम्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के केन्द्रीय सचिव संजीव श्रीवास्तव, राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी एसक्यू जामा, बीएमएमस के कोल प्रभारी लक्ष्मा के रेड्डी, एसईसीएल एटक के महामंत्री हरिद्वार सिंह सहित और भी कई लोगों ने सीआईएल प्रबंधन से सृष्टि के इलाज के लिए सीआईएल प्रबंधन से गुहार लगाई थी।
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