सृष्टि रानी के जीवनरक्षा की मुहिम रंग लाती दिख रही है। ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) ने अमेरिका से इंजेक्शन मंगाने की अनुमति दे दी है।
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सीटू के उपाध्यक्ष एवं भारतीय कोयला उद्योग कल्याण परिषद के सदस्य बीएस पांडेय ने सीआईएल के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन से सृष्टि रानी के इलाज और इसके लिए आ रहे खर्च को लेकर टेलीफोनिक चर्चा की थी। इस चर्चा में श्री पांडेय को बताया गया कि सीआईएल प्रबंधन इंजेक्शन मंगाने तैयार है, लेकिन इसके लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया की अनुमति की आवश्यकता होगी।
इधर, ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया द्वारा अनुमति पत्र जारी किए जाने के बाद अब सृष्टि रानी के जीवनरक्षा के लिए जरूरी दवा मिल सकेगी। बताया गया है कि बीएस पांडेय द्वारा इस संदर्भ में शुक्रवार को फिर से विनय रंजन से चर्चा की जाएगी।
यहां बताना होगा कि सीआईएल की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी एसईसीएल के दीपका परियोजना में नियोजित सतीश कुमार रवि की 22 माह की पुत्री सृष्टि रानी स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी (Spinal Muscular Atrophy) नामक बीमारी से पीड़ित है और एक फरवरी, 2021 से वेंटिलेटर पर है। नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में उपचारार्थ सृष्टि रानी की जान बचाने के लिए चिकित्सकों को Zolgensma नाम की दवा (देखें AIIMS द्वारा जारी पत्र) की जरूरत है। इस दवा की कीमत लगभग 16 करोड़ रुपए है।
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सीटू के उपाध्यक्ष एवं भारतीय कोयला उद्योग कल्याण परिषद के सदस्य बीएस पांडेय, एचएमएस नेता एवं जेबीसीसीआई सदस्य शिवकुमार यादव, कोल एम्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के केन्द्रीय सचिव संजीव श्रीवास्तव, राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी एसक्यू जामा ने सीआईएल चेयरमैन को सृष्टि रानी के इलाज के लिए राशि उपलब्ध कराने पत्र लिखा था।
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