नई दिल्ली, 02 दिसम्बर। सोमवार को नागर विमानन मंत्रालय में राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल द्वारा संसद में हवाईअड्डों को निजी पट्टे (airports for leasing) पर दिए जाने की जानकारी दी गई।

मंत्री ने बताया कि वर्ष 2019 से अब तक, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने लखनऊ, अहमदाबाद, मंगलुरु, जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम में अपने छह हवाईअड्डों को सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत प्रचालन, प्रबंधन और विकास के लिए 50 वर्ष के पट्टा अवधि के लिए पट्टे पर दिया है। पट्टे पर दिए गए इन हवाईअड्डों का स्वामित्व एएआई के ही पास है।

वर्तमान में इन हवाईअड्डों का प्रचालन कर रही कंपनियों का विवरण इस प्रकार हैः

  • चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा, लखनऊ लिमिटेड (एलआईएएल) मैसर्स लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट
  • सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अहमदाबाद मैसर्स अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एआईएएल)
  • मंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा – मैसर्स मंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमएआईएएल)
  • जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा मैसर्स जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (जेआईएएल)
  • लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा, गुवाहाटी मैसर्स गुवाहाटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (जीआईएएल)
  • तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा मैसर्स टीआरवी केरल इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (टीआईएएल)

नागर विमानन राज्य मंत्री ने बताया कि अब तक, इन छह हवाईअड्डों के निजी भागीदारों ने अक्टूबर, 2024 तक प्रति यात्री शुल्क (पीपीएफ) के रूप में एएआई को लगभग 2310 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। इन हवाईअड्डों पर एएआई द्वारा किए गए पूंजीगत व्यय के लिए एएआई को अग्रिम शुल्क के रूप में इन छह हवाईअड्डों के निजी भागीदारों से लगभग 5260 करोड़ रुपए की राशि भी प्राप्त हुई है।

इन हवाईअड़्डों को भी दिया जाएगा पट्टे पर

राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) के अनुसार, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के 25 हवाईअड्डे, अर्थात भुवनेश्वर, वाराणसी, अमृतसर, त्रिची, इंदौर, रायपुर, कालीकट, कोयंबटूर, नागपुर, पटना, मदुरै, सूरत, रांची, जोधपुर, चेन्नई, विजयवाड़ा, वडोदरा, भोपाल, तिरुपति, हुबली, इम्फाल, अगरतला, उदयपुर, देहरादून और राजमुंदरी को वर्ष 2022 से 2025 तक पट्टे पर देने के लिए चिह्नित किया गया है।

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