नई दिल्ली, 17 दिसम्बर (Industrial Punch Desk) : देश में कोयले की मांग (Coal Demand) साल दर साल बढ़ रही है। अंतर मंत्रालयी समिति (IMC) की रिपोर्ट के अनुसार 2029- 30 तक कोयले की मांग 1665.05 मिलियन टन (MT) पर पहुंच जाएगी। उत्पादन का करीब 65 फीसदी कोयला पॉवर सेक्टर में खपत होता है।
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मांग के अनुरूप घरेलू कोयला उत्पादन में कमी बनी रहेगी। कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया (CIL), एसीसीसीएल, कैप्टिव एवं कमॅर्शियल माइनिंग से 2029- 30 तक 1500 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य रखा है। जबकि मांग 1665.05 मिलियन टन तक पहुंचने का अनुमान है।
अनुमान के अनुसार 2029- 30 तक पॉवर सेक्टर की मांग 1059 मिलियन टन होगी। शेष मांग अन्य इस्पात, सीमेंट उर्वरक आदि सेक्टर के लिए होगी।
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इधर, चालू वित्तीय वर्ष में घरेलू कोयला उत्पादन का लक्ष्य 1080 मिलियन टन है। जबकि मांग इससे कहीं अधिक है।
देखें वित्तीय वर्षवार कोयले की अनुमानित मांग (आंकड़े मिलियन टन में) :
- 2024- 25 : 1376.56
- 2025- 26 : 1443.65
- 2026- 27 : 1491.23
- 2027- 28 : 1536.09
- 2028- 29 : 1610.53
- 2029- 30 : 1665.05