नागपुर : द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एकाउंटेंट्स, नागपुर चैप्टर (The Institute of Cost Accountants Nagpur Chapter) द्वारा एक दिवसीय वार्षिक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में WCL के निदेशक (वित्त) श्री बिक्रम घोष ने मुख्य वक्ता (Keynote Speaker) के रूप में शिरकत की।
“Professional Enrichment in Dynamic Business Environment” विषय पर आयोजित इस सेमिनार के दौरान, श्री घोष ने कॉस्ट एकाउंटेंट्स की महत्वपूर्ण भूमिकाओं पर प्रकाश डाला।
उन्होंने लागत विश्लेषण, बजट प्रबंधन, लागत नियंत्रण, उत्पादन व्यय का मूल्यांकन, वित्तीय योजना, लागत में सुधार की रणनीतियाँ विकसित करना, प्रॉफिट मार्जिन बढ़ाना, प्रबंधन को निर्णय लेने में सहायता करना और वित्तीय रिपोर्टिंग को सुदृढ़ करने जैसे विषयों पर जोर दिया।
सेमिनार के उद्घाटन सत्र में, MOIL के अध्यक्ष श्री अजीत कुमार सक्सेना और MECL के अध्यक्ष श्री इंद्र देव नारायण मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इसके अलावा, MOIL के निदेशक (वित्त) श्री राकेश तुमाने, Maha Metro के निदेशक (वित्त) श्री हरेंद्र पांडे और MECL के निदेशक (वित्त) श्री सुरेंद्र सिंह क्षत्रीय मंचासीन रहे।
इस कार्यक्रम में वित्त और लागत प्रबंधन के क्षेत्र से जुड़े अनेक विशेषज्ञों, पेशेवरों और विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिससे यह सेमिनार अत्यंत ज्ञानवर्धक और सफल रहा।