गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए राज्य में चुनाव से एक साल पहले शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 182 सदस्यों वाली गुजरात विधानसभा के लिए दिसंबर 2022 में चुनाव होने हैं। रूपाणी के हटते ही, गुजरात में एक नए सीएम की दौड़ शुरू हो गई है और सबसे आगे नामों में उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मडाविया, लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल, राज्य के कैबिनेट मंत्री आरसी फालदू और गुजरात BJP प्रमुख सीआर पाटिल शामिल हैं।
इन अटकलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया गांधीनगर में पार्टी दफ्तर पहुंचे। उनके बाद उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल गांधीनगर दफ्तर पहुंचे। इसके अलावा बीजेपी और RSS के हलकों में दूसरे नाम गोरधन जदाफिया और पुरुषोत्तम रूपाला के भी हैं।
जदाफिया गुजरात में BJP के उपाध्यक्ष हैं और 2002 के दंगों के दौरान गृह राज्य मंत्री थे। पटेल पाटीदार नेता हैं और यह समुदाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में एक अहम वोटबैंक है।
रूपाणी ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने दूसरा कार्यकाल के लिए दिसंबर 2017 में शपथ ली थी। रूपाणी ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात करने और अपना त्याग पत्र सौंपने के बाद मीडिया से कहा कि मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा दे दिया है।
गांधीनगर कमालम में शीर्ष नेताओं की बैठक हो रही है। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, रूपाला मौजूद हैं। BJP संगठन के महासचिव बीएल संतोष भी गुजरात में विधायकों से मिल रहे हैं। रूपाणी ने अपना इस्तीफा सौंपने के बाद मीडिया से कहा कि पार्टी उन्हें जो भी भूमिका देने का फैसला करेगी वह लेने के लिए तैयार हैं।
प्रेस को संबोधित करते हुए रूपाणी ने ये भी कहा कि उनका इस्तीफा सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को बराबर का मौका देने के BJP के सिद्धांत के अनुसार है।