नई दिल्ली, 26 दिसम्बर (Industrial Punch Desk) : देश में कोयले (Coal) से बिजली उत्पादन (Power Generation) की हिस्सेदारी साल दर साल बढ़ रही है। 2023- 24 में कुल उत्पादित बिजली में 72.50 फीसदी की हिस्सेदारी कोयला आधारित संयंत्रों की थी। चालू वित्तीय वर्ष में यह आंकड़ा और बढ़ेगा।
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2023- 24 में देश में सभी स्रोतों से 17,39,091.19 मिलियन यूनिट (MU) बिजली का उत्पादन हुआ। इसमें 12,60,902.62 मिलियन यूनिट यानी 72.50 प्रतिशत बिजली कोयला आधारित संयंत्रों से उत्पादित हुई।
2022- 23 में देश में 16,24,465.61 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। इसमें कोयला आधारित संयंत्रों से 11,45,907.58 मिलियन यूनिट (70.54 प्रतिशत) बिजली तैयार हुई।
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2021- 22 में देश में 14,91,859.37 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन दर्ज किया गया। इसमें कोयला आधारित संयंत्रों की हिस्सेदारी 69.81 प्रतिशत की थी। यानी कोयला आधारित संयंत्रों से 10,41,487.43 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ।
इधर, चालू वित्तीय वर्ष 2024- 25 में अक्टूबर तक की स्थिति में कोयला आधारित संयंत्रों से 7,60,676.37 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। जबकि इस अवधि में देश का कुल बिजली उत्पादन 11,04,456.48 मिलियन यूनिट दर्ज किया गया है। अप्रेल से अक्टूबर तक की स्थिति में 68.87 फीसदी बिजली कोयला आधारित संयंत्रों से उत्पादित हुई है।
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मार्च 2025 तक यह आंकड़ा और बढ़ेगा। इससे पता चलता है कि कोयला आधारित संयंत्रों से बिजली के उत्पादन में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है और आने वाले कई वर्षों तक कोयला ऊर्जा का प्रमुख स्रोत रहेगा।