नई दिल्ली, 31 अगस्त। गणेश चतुर्थी आज श्रद्धा और आस्था से मनायी जा रही है। यह उत्सव बुद्धि, विवेक, समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक भगवान गणेश के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
10 दिन तक चलने वाले उत्सव के दौरान घरों और पूजा स्थलों में गणेश प्रतिमा स्थापित की जाती हैं। महाराष्ट्र का सर्वाधिक लोकप्रिय गणेश चतुर्थी पर्व आज से शुरू हो गया है।
राज्य में इस त्यौहार का विशेष महत्व है, क्योंकि समाज के अलग-अलग वर्गों के लोग इस त्यौहार को बड़े स्तर पर मनाते हैं। दस दिन चलने वाला यह उत्सव कोविड प्रतिबंधों के बिना पूरे हर्षोंउल्लास के साथ मनाया जाएगा।
कल शाम से श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों और सार्वजनिक पूजा पंडालों में भगवान गणेश प्रतिमायें स्थापित करना शुरू कर दिया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणेश चतुर्थी पर देशवासियों को बधाई दी है। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि गणेश चतुर्थी विवेक, समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक विघ्नहर्ता मंगलमूर्ति भगवान गणेश का जन्मोत्सव है। राष्ट्रपति ने लोगों से भगवान गणेश के आशीष से सौहार्द और सद्भाव बनाए रखने का अनुरोध किया।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गणेश चतुर्थी पर लोगों को बधाई दी है। अपने संदेश में श्री धनखड़ ने कहा कि गणेश चतुर्थी, भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनायी जाती है। उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी का त्यौहार भारत की मिलीजुली संस्कृति को दर्शाता है, यह जाति, धर्म और पंथ की सीमाओं से परे है। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने देशवासियों के लिये स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि की कामना की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर लोगों को बधाई दी है। अपने ट्वीट संदेश में प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि भगवान गणेश का आशीर्वाद हमेशा देशवासियों पर बना रहेगा।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने भगवान गणेश के आशीर्वाद से प्रत्येक के जीवन में सुख-शांति की कामना की।
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