नई दिल्ली, 29 मार्च। इंटक के दुबे गुट (चंद्रशेखर दुबे) द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई विशेष अनुमति याचिका (SLP) पर आज सुनवाई होगी। सुनवाई न्यायाधीश संजय किशन कौल की खंडपीठ में होगी।
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इस सुनवाई पर इंटक यानी कुमार जयमंगल (अनूप सिंह) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन की एंट्री जेबीसीसीआई- XI में हो पाती है या नहीं तय होगा। वैसे जानकार बता रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रख सकता है। ऐसा हुआ तो 18- 19 अप्रेल को प्रस्तावित जेबीसीसीआई की 9वीं बैठक इंटक के साथ होगी। उच्चतम न्यायालय मामले में स्टे दे, इसकी संभावना कम बताई जा रही है। दूसरी ओर एसएलपी खारिज भी हो सकती है। इस संदर्भ में राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के महासचिव एसक्यू जमा ने बताया कि हमारे अधिवक्ता यह प्रयास करेंगे की एसएलपी खारिज हो जाए, क्योंकि हाईकोर्ट ने स्पष्ट फैसला सुनाया है।
यह भी बताया गया है कि कोल इंडिया प्रबंधन ने कानूनी तौर पर किसी प्रकार की एक्सरसाइज नहीं की है। जयमंगल के नेतृत्व वाले इंटक ने कैविएट भी दायर कर रखा है। बताया जा रह है कि सुप्रीम कोर्ट फैसले पर विचार करने से पहले उनकी बात भी सुनेगा।
एसएलपी कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा 10 फरवरी, 2023 को जारी किए गए आदेश के विरूद्ध दायर की गई है, जिसमें कोल इंडिया को जेबीसीसीआई- XI में इंटक (जयमंगल गुट) को शामिल किए जाने का निर्देश दिया गया है।
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यहां बताना होगा कि कलकत्ता हाईकोर्ट में जेबीसीसीआई में प्रवेश करने की लड़ाई कुमार जयमंगल (अनूप सिंह) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन ने जीती है। इसके लिए जनरल सेक्रेटरी एसक्यू जमा ने पूरी कवायद की है। हाईकोर्ट का आदेश आते ही श्री जमा ने जेबीसीसीआई- XI के लिए चार- चार मुख्य एवं वैकल्पिक सदस्यों के नाम सीआईएल को भेज दिए थे। इस बीच इंटक के एक और गुट इंडियन नेशनल माइन वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव ललन चौबे ने भी जेबीसीसीआई- XI के लिए दावेदारी ठोकते हुए मुख्य और वैकल्पिक सदस्यों के नामों की सूची सीआईएल को भेज दी। कोल इंडिया प्रबंधन ने 6 मार्च को जयमंगल और चौबे, दोनों गुट को जेबीसीसीआई के लिए एक कॉमन सूची देने पत्र लिखा था।