केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने हाल ही में बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के लिए मेगा विस्तार योजना का अनावरण किया। प्लांट की क्षमता को बढ़ाकर 7.55 एमटीपीए करने के लिए ₹20,000 करोड़ का निवेश किया गया है। इस प्लांट से 2,500 प्रत्यक्ष और 10,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होंगी।
आपको बता दें, एच.डी. कुमारस्वामी ने सोमवार और मंगलवार को बोकारो स्टील प्लांट का दौरा किया, जहां उन्होंने उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए एक महत्वाकांक्षी विस्तार योजना का अनावरण किया। इस्पात मंत्रालय के अनुसार 20,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ, ब्राउनफील्ड विस्तार का लक्ष्य हॉट मेटल उत्पादन को मौजूदा 5.25 MTPA से बढ़ाकर 7.55 MTPA करना है। इससे स्टील सेक्टर में भारत के आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ने की गति को मजबूती मिलेगी।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्लांट अब एक नए 4500 क्यूबिक मीटर ब्लास्ट फर्नेस, एक थिन स्लैब कास्टिंग और डायरेक्ट रोलिंग सुविधा, एक कैल्सिनिंग प्लांट, एक स्टैम्प-चार्ज कोक ओवन बैटरी और एक सिंटर प्लांट विस्तार के साथ बड़े पैमाने पर ओवरहाल के लिए तैयार है।
वहीं, परियोजना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कुमारस्वामी ने कहा, “यह विस्तार इस्पात उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक 300 MTPA इस्पात उद्योग के दृष्टिकोण के अनुरूप है। पूंजी और तकनीकी प्रगति के निवेश से इस्पात क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और भारत की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।”
एच.डी. कुमारस्वामी ने तसरा कोयला खदान और चासनल्ला वाशरी का भी दौरा किया।
बोकारो स्टील प्लांट ने 1965 में अपनी नींव रखी और 1972 में अपना पहला ब्लास्ट फर्नेस संचालन शुरू किया। इसकी शुरुआत में क्षमता 1.7 MTPA थी। इन वर्षों में, यह बढ़कर 5.25 MTPA हो गई है।