अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने बहुप्रतीक्षित हिंद प्रशांत नीति जारी कर दी है। इसमें चीन की हठधर्मिता, महामारी तथा जलवायु परिर्वतन सहित क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने के लिए सामूहिक क्षमता निर्माण पर ध्यान दिया गया।
रणनीति में कहा गया है कि अमरीका भारत के उत्थान और क्षेत्रीय नेतृत्व को समर्थन देना तथा विभिन्न मुद्दों पर भारत के साथ परस्पर ढंग से और अन्य समूहों के जरिए सहयोग करना जारी रखेगा। इसमें भारत को क्वाड समूह में “एक जैसी सोच वाले साझेदार” तथा “संवाहक शक्ति” के रूप में उल्लेखित किया गया है।
नीति के अनुसार पिछले प्रशासन की नीतियों को जारी रखा गया है। इसमें चीन से उत्पन्न चुनौतियों, भारत के साथ प्रमुख रक्षा भागीदारी तथा समूचे क्षेत्र में सुरक्षा प्रदाता के रूप में उसकी भूमिका का समर्थन करना शामिल है। इस क्षेत्र के देशों के अलावा अन्य देशों के साथ भी काम करने पर जोर दिया गया है।
अमरीका ऐसा हिंद प्रशांत क्षेत्र चाहता है जो मुक्त, खुला, जुड़ा हुआ, खुशहाल, सुरक्षित तथा हर परिस्थितियों से निपटने में सक्षम हो।
अमरीकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने कल कहा कि क्वाड समूह में भारत की भूमिका,अमरीका भारत के रिश्ते का महत्वपूर्ण तत्व है। क्वाड इस साल के अन्त तक क्षेत्र में एक अरब से अधिक कोविड रोधी टीके उपलब्ध कराने की योजना बना रहा है।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …