नई दिल्ली, 22 मार्च। 22 मार्च, यानी बिहार राज्य का स्थापना दिवस, इस अवसर पर वेदांता समूह के चेयरमैन ने सोशल मीडिया एकाउंट पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में उन्होंने बिहार को लेकर अपने विचार प्रकट किए हैं। देखें उन्होंने क्या लिखा :
“आप सबको ये पता ही है कि अंग्रेज़ी मेरी पहली भाषा नहीं है, लेकिन मुझे “होमसिक” का मतलब तब समझ आया जब मुझे काम की वजह से बिहार छोड़ कर जाना पड़ा।
बिहार के बारे में जितना कहा जाए कम है। यहां की हर बात दुनिया से हट कर है। जैसे ही बिहार का रोड साइन दिखना शुरू होता है, मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है३मेरे लिए बिहार आने का मतलब होता है बचपन की उन यादों में खो जाना जो प्यार, ख़ुशी, और अच्छे खाने से भरी हैं।
कुछ समय पहले मुझे उन गलियों में जाने का मौका मिला जहां मैंने अपना बचपन बिताया था और मैंने पहुँचते ही सबसे पहले लिट्टी खायी३धनिया चटनी और बैंगन चोखा के साथ एकदम लाजवाब।
मुझे अभी भी याद है कैसे सर्दियों के दिनों में हम सब बच्चे आग के सामने बैठ जाते थे और लिट्टी चोखा बनाने में अपने बढ़ों की मदद करते थे। पूरी दुनिया देख ली, लेकिन इससे अच्छा ख़ाना नहीं मिला।
कहा जाता है ना, जहां आपका दिल लगे, वो ही आपका घर है। मेरा दिल, मेरा बचपन, मेरा सब कुछ इस खाने की थाली में है।”