नई दिल्ली, 08 अगस्त। वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने अपने एक लेख में बताया है कि जिंक, लिथियम का एक बेहतर विकल्प है। श्री अग्रवाल ने लिखा है,
क्या जिंक (Zinc) नया लिथियम (Lithium) है? MIT और हमारे अपने IIT जैसे अग्रणी विश्वविद्यालयों के अध्ययन कहते हैं कि जिंक बैटरी और ऊर्जा भंडारण के लिए लिथियम का एक बहुत अच्छा विकल्प है। जिंक अधिक लागत प्रभावी, लंबे समय तक चलने वाला, पर्यावरण के लिए बेहतर (रीसाइकिल करने में आसान) और सुरक्षित (लिथियम की तुलना में कम ज्वलनशील) है।
हमारे हिंदुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) ने अपनी बैटरियों के लिए इस महत्वपूर्ण धातु की आपूर्ति के लिए अमेरिका स्थित बैटरी निर्माता AEsir के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। AEsir की खासियत जिंक से बनी बैटरियां हैं। इस घोषणा के साथ अब हम एक महत्वपूर्ण वैश्विक मूल्य श्रृंखला का हिस्सा हैं जो रक्षा, एयरोस्पेस, ऑटोमोबाइल और जहाजों जैसे क्षेत्रों की सेवा करती है।
हमारा लक्ष्य अपने जिंक उत्पादन को दोगुना करना और यह सुनिश्चित करना है कि भारत में जिंक का कोई आयात न हो। हमारे वेदांता निको ने भी एचजेडएल का अनुसरण करते हुए AEsir की सबसे अधिक बिकने वाली जिंक-निकल बैटरी को निकल की आपूर्ति करने पर सहमति व्यक्त की है।
वेदांता सभी वैश्विक विविध खनन कंपनियों में अद्वितीय है क्योंकि हमारा 70 प्रतिशत राजस्व भविष्य के खनिजों और जस्ता, चांदी, तांबा और एल्यूमीनियम जैसी धातुओं से आता है।