कोरबा। केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट दीपका, गेवरा, कुसमुंडा खदान का जायजा लेने के बाद देर संध्या गेवरा हाउस में समीक्षा बैठक की।
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इस बैठक में सीआईएल चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल, कोयला मंत्रालय के अपर सचिव व्हीके तिवारी, संयुक्त सचिव बीपी पति संयुक्त सचिव कोयला मंत्रालय भारत सरकार, सीएमडी एपी पंडा, राज्य शासन की ओर से कलेक्टर रानू साहु, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, निदेशगण एवं तीनों प्रोजेक्ट के महाप्रबंधक सम्मिलित हुए।
बताया गया है कि बैठक के दौरान कोयला मंत्री ने उत्पादन और डिस्पैच को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही। उत्पादन में आ रही प्रत्येक समस्या पर गहनता से विचार किया गया। कॉंट्रैक्ट अवार्ड किया जाना, मानसून, रेल रेक की उपलब्धता, भू-विस्थापितों की समस्या, बसाहट आदि मुद्दों पर चर्चा हुई।
कलेक्टर ने भू-विस्थापित एवं अतिक्रमणकारी की समस्या पर क़ाबू एवं निजात पाने में सहयोग का आश्वासन दिया गया।
यहां बताना होगा कि कोयला मंत्री का एसईसीएल की खदानों का दौरा विद्युत संयंत्रों में ईंधन की कमी को लेकर हुआ है।
इधर, कोयला मंत्री को ढाई बजे बिलासपुर वापसी थी। उन्हें बिलासपुर से विमान के जरिए रांची जाना था। रांची में मुख्यमंत्री के साथ बैठक निर्धारित थी। नई दिल्ली से कुछ देर से आने और बिलासपुर से गेवरा, कोरबा के लिए हेलीकाप्टर के नहीं मिल पाने के कारण उन्हें सड़क मार्ग से आना पड़ा। खदानों का दौरा करते शाम हो गई। कोयला मंत्री रात्रि विश्राम गेवरा हाउस में करेंगे और गुरुवार सुबह रवानगी लेंगे।
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