टेलीकॉम सेक्टर के रेगुलेटर Trai (Telecom Regulatory Authority of India) ने प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया (Vodafone-Idea) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। रेगुलेटर का आरोप है कि वोडाफोन-आइडिया के प्रायोरिटी प्लान ग्राहकों को गुमराह करने वाले हैं। ट्राई ने कहा कि कंपनी के प्लान में पारदर्शिता नहीं है।  इस नोटिस में नियामक ने वोडाफोन-आइडिया से 31 अगस्त तक जवाब देने को कहा है। ट्राई ने कहा कि ‘‘Redx टैरिफ प्लान नियमों का उल्लंघन करता है और कंपनी बताए कि उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करनी चाहिए।’’

इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि भारती एयरटेल को कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया गया है। सूत्र ने कहा कि एयरटेल ने ट्राई के आदेश का पालन करने की बात कही है और स्वेच्छा से अपनी प्लैटिनम प्लान में बदलाव किया है।इसलिए ट्राई उस पर जांच को आगे नहीं बढ़ा रहा है।

ट्राई ने वोडाफोन-आइडिया को भेजे कारण बताओ नोटिस में कहा है कि किसी भी प्लान में ज्यादा डेटा स्पीड के साथ प्रायोरिटी 4G नेटवर्क ऑफर करना नियम के मुताबिक सही नहीं है। ट्राई ने कारण बताओ नोटिस में कहा है कि Redx टैरिफ प्लान भ्रामक है। ट्राई ने नोटिस में पूछा है कि कैसे वोडाफोन प्रायोरिटी प्लान में अपने कुछ ग्राहकों को बेहतर डाटा स्पीड मुहैया कर सकती है। दूसरा मुद्दा ये है कि ये प्लान उन ग्राहकों की सर्विस को प्रभावित करेगा जिन्होंने प्रायोरिटी प्लान की जगह सस्ते प्लान लिए हैं। इन मामलों में कंपनी रेगुलेटर को संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई।

इससे पहले वोडाफोन आइडिया ने अपने जवाब में कहा था कि नया टैरिफ प्लान, नई सेवा नहीं है। ट्राई वोडाफोन आइडिया के प्रायरिटी प्लान Redx तथा भारती एयरटेल के प्लैटिनम प्लान की जांच कर रहा है। नियामक यह पता लगा रहा है कि प्रायरिटी प्लान के जरिये कुछ ग्राहकों को नेटवर्क में प्राथमिकता देने से कही बिना प्रीमियम सेवा वाले ग्राहकों की सेवाएं तो प्रभावित नहीं हो रही हैं। और क्या इनके तहत नियमों का किसी तरह का उल्लंघन तो नहीं हो रहा है।

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