अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या के बाद अब तमाम सवाल उठाये जा रहे हैं। प्रशासन से लेकर हमलावरों के हथियारों पर प्रश्न खड़े हुए हैं और हत्या के पीछे के मकसद को लेकर तमाम दावे किये जा रहे हैं। इसी बीच देश के जाने माने वकील प्रशांत भूषण ने भी ट्वीट कर अतीक अहमद की हत्या पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने ट्वीट किया है कि कहीं सत्यपाल मलिक के इंटरव्यू से ध्यान भटकाने के लिए अतीक अहमद का एनकाउंटर तो नहीं कर दिया गया?
प्रशांत भूषण ने ट्वीट कर लिखा है कि, अतीक अहमद की हत्या होने दी गई या करवाई गई, सत्यपाल मलिक के इंटरव्यू से ध्यान भटकाने के लिए? पुलवामा का हमला जिसमें हमारे 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए, होने दिया गया या करवाया गया, देश के असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए और चुनाव जीतने के लिए? यह दोनों बड़े सवाल देश के सामने खड़े हैं। सोशल मीडिया पर तमाम लोग इस पर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
अतीक अहमद की हत्या होने दी गई या करवाई गई, सत्यपाल मलिक के इंटरव्यू से ध्यान भटकाने के लिए?
पुलवामा का हमला जिसमें हमारे 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए,होने दिया गया या करवाया गया,देश के असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए और चुनाव जीतने के लिए?
यह दोनों बड़े सवाल देश के सामने खड़े हैं— Prashant Bhushan (@pbhushan1) April 16, 2023
क्या हैं सत्यपाल मलिक के दावे?
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने उनके लोगों को लाने-ले जाने के लिए एयरक्राफ्ट मांगा था, क्योंकि इतना बड़ा काफिला कभी रोड से नहीं जाता. मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से पूछा था, लेकिन उन्होंने एयरक्राफ्ट देने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा कि अगर मुझसे पूछते तो मैं उनको (CRPF) एयरक्राफ्ट देता, कैसे भी देता. सिर्फ पांच एयरक्राफ्ट की जरूरत थी. उनको एयरक्राफ्ट नहीं दिया गया.
सत्यपाल मलिक ने एक और बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने इस हमले के बाद जिम कार्बेट पार्क से जब मुझे कॉल किया तो मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि ये हमारी गलती से हुआ है. इस पर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम चुप रहो और किसी से कुछ ना कहो.”
NSA अजीत डोभाल का भी जिक्र किया
मलिक ने अपने इंटरव्यू में एनएसए अजीत डोभाल का जिक्र भी किया. साथ ही अपने मन की बात बताते हुए दावा कि उन्हें समझ आ गया था कि सरकार पूरा ठींकरा पाकिस्तान पर फोड़ने वाली है ताकि 2019 के लोकसभा चुनाव में फायदा मिल सके. उन्होंने कहा, ” अजित डोभाल ने भी मुझसे चुप रहने को कहा. मैं समझ गया था कि मामला पाकिस्तान की ओर जाना है.”
क्या था पुलवामा अटैक ?
बता दें कि 14 फरवरी 2019 को दोपहर करीब 3:00 बजे जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक आतंकवादी ने श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CPRF) के काफिले में विस्फोटक लेकर जा रहे एक वाहन को टक्कर मार दी थी. पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर द्वारा सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे. CRPF के काफिले में 78 बसें थीं. इस अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था. इस काफिल में सीआरपीएफ के लगभग 2500 जवान जम्मू से श्रीनगर की यात्रा कर रहे थे. हालांकि भारत ने महज 12 दिनों में ही ‘नापाक’ पाक से बदला ले लिया. भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ढेर कर दिया था.