वित्तीय प्रबंधन के विशेषज्ञ के रूप में पहचान रखने वाले बिक्रम घोष ने वेस्टर्न कोल्फ़ील्ड्स लिमिटेड (WCL) में निदेशक (वित्त) के तौर पर पदभार ग्रहण किया। इसके पूर्व वे कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) की अनुषंगी कंपनी बीसीसीएल में महाप्रबंधक (वित्त) के पद पर कार्यरत थे। उन्हें बीसीसीएल में वित्तीय प्रबंधन का 28 वर्षों से अधिक का दीर्घ अनुभव हासिल है।
श्री घोष ने 1992 में आईसीएमए की डिग्री हासिल करने के उपरांत, लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में अपने करियर की शुरुआत की। वर्ष 1996 में, बीसीसीएल में वित्त अधिकारी के तौर पर वे कोयला उद्योग से जुड़े। इन वर्षों में श्री घोष ने बीसीसीएल के पांच क्षेत्रों एवं मुख्यालय में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएँ दी। वित्तीय प्रबंधन की विभिन्न शाखाओं जैसे खरीदारी, अनुबंध, लेखा, कर, निधि, लागत प्रबंधन और भुगतान प्रौद्योगिकी में श्री घोष को उत्कृष्टता हासिल है।
बीसीसीएल को बीआईएफआर से बाहर निकालने तथा कोयले की कीमतों में सुधार लाने में उनकी विशेष भूमिका रही है। बीसीसीएल के वित्तीय गतिविधियों का पुनर्गठन करने तथा विभिन्न इकाइयों का विलय कर के कंपनी के लागत को कम करने जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों में उनके नेतृत्व का सार्थक योगदान रहा है। कंपनी में आधुनिक भुगतान गेटवे तथा एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग सॉफ्टवेअर के क्रियान्वयन में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
वेकोलि में पदभार ग्रहण करने पर श्री बिक्रम घोष ने सीएमडी जे. पी. द्विवेदी एवं निदेशक तकनीकी (संचालन / योजना एवं परियोजना) ए. के. सिंह से भेंट की। उन्होंने ने घोष का हार्दिक स्वागत करते हुए अपनी शुभकामनाएं दी।