नागपुर, 13 जून। मंगलवार को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), नागपुर (कार्यालय-2) की छमाही समीक्षा बैठक एवं पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

बैठक की अध्यक्षता मनोज कुमार, अध्यक्ष, नराकास (का.-2) एवं सीएमडी, वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने की। बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. संजय कुमार, निदेशक (कार्मिक), वेकोलि, डॉ. महेश सुरेश खुमकर, आयडीएएस, वायु सेना तथा डॉ. वाय. जी. काले, खान नियंत्रक एवं राजभाषा अधिकारी, भारतीय खान ब्यूरो उपस्थित रहे। उप निदेशक (कार्यान्वयन), मुंबई डॉ. सुस्मिता भट्टाचार्य वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़ी और अपने विचार व्यक्त किए।

बैठक को संबोधित करते हुए नराकास (का.-2) के अध्यक्ष एवं सीएमडी डब्ल्यूसीएल श्री मनोज कुमार ने कहा कि हिंदी देश की अखंडता में अपनी सार्थक भूमिका निभाती है। उन्होंने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार को आवश्यक बताते हुए सभी सदस्य कार्यालयों को अधिक-से-अधिक कार्य राजभाषा हिन्दी में करने और गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के दिशानिर्देशों का अनुपालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस दिशा में सूचना प्रौद्योगिकी के व्यापक इस्तेमाल पर बल दिया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में वेकोलि के निदेशक (कार्मिक) डॉ. संजय कुमार ने स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया। उन्होंने सभी सदस्य कार्यालयों के प्रमुखों का स्वागत करते हुए कहा कि हमें हिंदी को मुख्य भाषा के रूप में स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने हिंदी के प्रचार-प्रसार में नराकास के भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।

बैठक में गत 6 माह में आयोजित नराकास-2 की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।

इस अवसर पर वेकोलि के मौलिक पुस्तक लेखन योजना के अंतर्गत पुस्तक ‘बिंब का प्रतिबिंब’ (काव्य-संग्रह) के लिए डॉ. मनोज कुमार, उप प्रबंधक (राजभाषा) को अतिथियों ने सर्टिफिकेट एवं रूपए 25,000/- रूपये की पुरस्कार राशि के साथ सम्मानित किया।

बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई एवं आम सहमति बनी। इस अवसर पर सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान नराकास (का.-2) के सदस्य कार्यालयों / विभागों के प्रमुख सहित सदस्य कार्यालयों के राजभाषा अधिकारी, अनुवाद अधिकारी एवं पुरस्कार विजेता उपस्थित रहे।

बैठक में उप महाप्रबंधक (कार्मिक) एवं राजभाषा प्रमुख आर. के. सिंह एवं महाप्रबंधक (कार्मिक)/जनसंपर्क पी. नरेंद्र कुमार की विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन नराकास-2 के सदस्य सचिव एवं उप प्रबंधक (राजभाषा) डॉ. मनोज कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन ईपीएफओ के वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी अरुण कुंभारे ने किया।

 

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