नागपुर, 13 सितम्बर। वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) में 2024 के लिए यूनियन का सदस्यता सत्यापन शुक्रवार को पूरा हो गया। हिंद मजदूर सभा (HMS) से सम्बद्ध कोयला श्रमिक संघ (KSS) ने सदस्यता के मामले में टॉप पर रहने का चौका लगाया है।
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13 सितम्बर को सदस्यता सत्यापन का दूसरा एवं अंतिम चरण पूरा हुआ। हिंद मजदूर सभा से सम्बद्ध कोयला श्रमिक संघ ने सर्वाधिक 10011 (34.14 फीसदी) सदस्यों का समर्थन हासिल कर एक रिकार्ड कायम किया है। एचएमएस ने बीएमएस (BMS) से सम्बद्ध अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ (ABKMS) की सदस्यता 9123 (31.11) पर आकर रूक गई। एचएमएस ने बीएमएस पर 888 सदस्य की बढ़त बनाई है।
एटक के खाते में 6451 (22.00) तथा इंटक की सदस्यता 3737 (12.74) रही। डब्ल्यूसीएल के 30484 कामगारों में 29322 ने सदस्यता सत्यापन में हिस्सेदारी की।
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यूनियन का सदस्यता सत्यापन का पहला चरण 22 अगस्त से प्रारंभ हुआ था, जो 28 अगस्त तक चला। दूसरा चरण 12 एवं 13 सितम्बर को हुआ।
2020 के बाद से बीएमएस पिछड़ रहा
वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में एचएमएस और बीएमएस के बीच सदस्यता को लेकर मुकाबला रहता है। 2021, 2022, 2023 में भी एचएमएस नम्बर एक के ओहदे पर था। 2020 में बीएमएस पहली बार एक नम्बर पर पहुंचा था।
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ABKMS के राष्ट्रीय महामंत्री का प्रयास नहीं आया काम
अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुधीर घुरडे वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड से वास्ता रखते हैं। इसके बावजूद बीएमएस पहले नम्बर पर नहीं पहुंच पा रहा है। दूसरी ओर कोयला श्रमिक सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं जेबीसीसीआई सदस्य शिवकुमार यादव के नेतृत्व में एचएमएस निरंतर पहले नम्बर पर बना हुआ है।