नई दिल्ली, 22 अगस्त। गुरुवार को अदानी पॉवर ने बताया कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), हैदराबाद ने लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड (Lanco Amarkantak Power Limited) को 4,101 करोड़ रुपये में अधिग्रहित करने की उसकी योजना को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड का प्रबंधन अदानी पॉवर (Adani Power Limited) अपने में हाथ में ले लेगा।
इसे भी पढ़ें : SECL की नेट वर्थ 14,359 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर
गुरुवार को बीएसई फाइलिंग में अदानी पॉवर ने बताया कि लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड वर्तमान में दिवाला और दिवालियापन संहिता के तहत कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) से गुजर रही है। यहां बताना होगा कि इस अधिग्रहण में अदानी पॉवर को नकद प्रतिफल के बदले लैंको में 100 प्रतिशत शेयरधारिता प्राप्त करना शामिल है। इस अधिग्रहण का पूरा होना समाधान योजना में उल्लिखित कुछ शर्तों को पूरा करने पर निर्भर है। यह लेन-देन एनसीएलटी के अनुमोदन आदेश से 60 दिनों के भीतर, 20 अक्टूबर, 2024 तक अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
मार्च में दी गई थी अधिग्रहण को मंजूरी
इसके पहले 27 मार्च, 2024 को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने अदानी पावर लिमिटेड द्वारा लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड के 100 प्रतिशत अधिग्रहण को मंजूरी दी थी। लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड दिवाला और दिवालियापन संहिता, 2016 (आईबीसी) के तहत कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) से गुजर रहा था। कंपनी पर बैंकों का ही 17 हजार 978 करोड़ से ज्यादा का कर्ज है। इसे अलावा भी करोड़ों रुपए की देनदारी है।
रिलांयस, वेदांता भी थे अधिग्रहण की दौड़ में
अदानी समूह की कंपनी ने लैंको अमरकंटक पावर के अधिग्रहण की डील 4101 करोड़ रुपए में की है। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा सरकारी कंपनी पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (PFC) के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम ने भी लैंको अमरकंटक पॉवर के अधिग्रहण में दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन बाद में प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी। अनिल अग्रवाल के स्वामित्व वाली कंपनी ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज ने भी खरीदारी के लिए प्रपोजल दिया था, जिसे खारिज कर दिया गया था।
industrial punch is now on Whatsapp Channels. Click here to join
विस्तार इकाइयों का काम लगभग पूरा
कोरबा जिले के पताड़ी में लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड का संयंत्र स्थित है। वर्तमान में संयंत्र से 600 मेगावाट बिजली उत्पादित हो रही है। 300 मेगावाट क्षमता वाली दो इकाई प्रचालन में है। लैंको द्वारा विस्तार परियोजना के तहत सुपर क्रिटिकल तकनीक वाली 660 मेगावाट क्षमता वाली दो यूनिट स्थापित करने का काम शुरू किया गया था। विस्तार यूनिट 3 और 4 का कार्य लगभग हो चुका है। इसी बीच कंपनी भारी कर्ज में फंस गई और दिवाला हो गई।
SECL करता है ईंधन की आपूर्ति
लैंको का साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) के साथ दीर्घकालिक ईंधन आपूर्ति समझौता है। यह समझौता बिजली संयंत्र के संचालन के लिए सालाना 2.784 मिलियन टन (MT) कोयला सुरक्षित करता है।
इसे भी पढ़ें : भिलाई इस्पात संयंत्र : यूनिवर्सल रेल मिल फेज़्ड ऐरे अल्ट्रासौनिक टेस्टिंग सुविधा का उद्घाटन
600 MW का हो रहा उत्पादन
वर्तमान में लैंको से 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। अधिकांश बिजली पावर ट्रेडिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौतों के माध्यम से हरियाणा और मध्य प्रदेश डिस्कॉम को आपूर्ति की जाती है।