कोरबा, 01 जून। किसी संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उसकी विभिन्न क्रियाओं में सांमजस्य व तालमेल स्थापित करना ‘समन्वय’ कहलाता है – एसईसीएल प्रबंधन ने एक अभिनव पहल करते हुए मेगा प्रोजेक्ट गेवरा में प्रथम समन्वय सम्मेलन का आयोजन किया है। इसमें कोरबा कोलफ़ील्ड्स के गेवरा, दीपका, कुसमुंडा तथा रायगढ़ क्षेत्र से एरिया महाप्रबंधक, उनके विभागाध्यक्ष सहित कोर टीम, एरिया जेसीसी के सदस्य, कामगार बंधुओं की टीम भाग लेने पहुंची है।
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एसईसीएल शीर्ष प्रबंधन की ओर से सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा, निदेशक तकनीकी सह कार्मिक मनोज कुमार प्रसाद, पाल निदेशक तकनीकी योजना परियोजना एसके पाल, एसईसीएल संचालन समिति के सदस्य नाथूलाल पाण्डेय, हरिद्वार सिंह, मजरुल हक़ अंसारी, गोपाल नारायण सिंह, व्ही एम मनोहर आदि की उपस्थिति है।
कार्यक्रम के शुरुआत में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया तथा शहीद कामगारों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया। महाप्रबंधक (योजना परियोजना) के राजशेखर द्वारा पॉवर प्वाइंट के ज़रिए कोल इंडिया के मिशन एक बिलियन में एसईसीएल के अंशदान पर प्रस्तुति दी गई। 2024- 25 तक कोल इंडिया के उक्त लक्ष्य में एसईसीएल की हिस्सेदारी लगभग एक चौथाई है।
एसईसीएल की मेगा परियोजनाओं कुसमुंडा, दीपका, गेवरा के साथ कोरबा और रायगढ़ क्षेत्र के महाप्रबंधकों द्वारा इस वर्ष तथा एक बिलियन टन टारगेट के परिप्रेक्ष्य में आने वाले वर्षों में क्षेत्र के द्वारा उत्पादन के योगदान पर प्रेजेंटेशन दिया गया। इन सभी क्षेत्रों ने अपने वर्ष 2022-23 के लक्ष्य से आगे बढ़कर उत्पादन करने का संकल्प दोहराया।
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प्रेजेंटेशन उपरांत खुला सत्र रखा गया। इसमें कामगारों से लेकर, सीएमओएआई और श्रम संगठनों के प्रतिनिधियों ने खुलकर अपने विचार रखे।
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