जलवायु परिवर्तन को लेकर विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organization’s) की एक नई रिपोर्ट सामने आई है। संगठन ने घोषणा की है कि बड़े आकार वाले 42 ग्लेशियर पिघल गए हैं।
वैश्विक ग्लेशियर निगरानी सेवा प्राकृतिक रूप से घटित होने वाली इस घटना की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। दुबई में चल रहे कॉप-28 सम्मेलन में विश्व मौसम विज्ञान संगठन की रिपोर्ट में बताया गया है कि 2011 से 2020 के बीच का समय सबसे गर्म रहा था।
रिपोर्ट में चिंता व्यक्त करते हुए यह भी कहा गया है कि वैश्विक तापमान पूर्व-औद्योगिक काल के औसत से 1.10 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है।