यमन के हौसी विद्रोहियों ने आज तड़के सऊदी अरब पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। हमले में प्राकृतिक गैस और समुद्री जलशोधन संयंत्रों सहित प्रमुख प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया।
सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन ने कहा है कि हौसी हवाई हमलों में देश के दक्षिण-पश्चिम में एक पावर स्टेशन, यानबू के लाल सागर बंदरगाह में सऊदी अरब की तेल कंपनी-अरामको और तरल गैस संयंत्र सहित कई सुविधाओं को लक्षित किया।
लाल सागर तट पर अल-शकीक में एक समुद्री जलशोधन सुविधा को भी निशाना बनाया गया। सऊदी अरब के सरकारी मीडिया के अनुसार किसी के मारे जाने की खबर नहीं है और तेल की आपूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
यमन के ईरान समर्थित हौसी गुट के प्रवक्ता ब्रिगेडियर येहिया सारी ने कहा कि विद्रोहियों ने सऊदी अरब की भीतर दूर तक एक बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया था।
सऊदी स्थित खाड़ी सहयोग परिषद द्वारा ने कहा कि उसने युद्ध को समाप्त करने के लिए यमन के युद्धरत पक्षों को रियाद में बातचीत के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन हौसी विद्रोहियों ने इसे ठुकरा दिया। उनकी मांग थी कि वार्ता एक तटस्थ देश में हो।