नई दिल्ली। इनकम टैक्स की डेडलाइन 31 मार्च 2020 जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे एलआईसी के लाखों बीमाधारकों की धड़कने बड़ती जा रही हैं, क्योंकि LIC का राष्ट्रीय स्वचालित क्लियरिंग हाउस (National Automated Clearing House) के लिए नोडल बैंक Yes Bank है और यह अभी संकट से जूझ रहा है। यानी आपके प्रीमियम में देरी हो सकती है। ऐसे में आपको वैकल्पिक साधनों का इस्तेमाल करना पड़ सकता है। मंगलवार को एलआईसी ने अपने ग्राहकों को मैसेज भेजकर कहा,” आपकी पॉलिसी प्रीमियम डेबिट में देरी हो सकती है। NACH नोडल बैंक Yes Bank स्थगन पर है। ‘ इस मैसेज के बाद ग्राहक दूसरे विकल्प के जरिए अपने प्रीमियम का भुकतान कर रहे हैं।
बता दें हर साल मार्च महीने में एलआईसी का बिजनेस करीब 25 से 30 फीसद होता है। टैक्स के लिहाज से भारतीय जीवन बीमा निगम के लिए यह बेहद निर्णायक घड़ी है। पिछले वित्तीय वर्ष के मार्च क्लोजिंग के दौरान एलआईसी ने 2.1 करोड़ की नई पॉलिसी बेचकर पहले साल के प्रीमियम (66% मार्केटशेयर) में 1.42 लाख करोड़ रुपये की कमाई की थी।
एलआईसी का डिजिटल कलेक्शन अब कुल भुगतान का 60% हो गया है। इसमें यूपीआई-भीम (UPI-BHIM) एलआईसी कस्टमर पोर्टल (LIC customer portal), पेटीएम (PayTM), अधिकृत एजेंट, नामित बैंक और संग्रह एजेंसियां जैसे CSC, AP ऑनलाइन आदि के माध्यम से भुगतान भी शामिल हैं।